- एसएन मेडिकल कॉलेज की तरह हाईटेक बनेगा जिला अस्पताल
- अस्पताल प्रबंधन ने सरकार से पास के रोजगार कार्यालय की जमीन मांगी
- अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक ने विभाग के महानिदेशक को भेजा लेआउट
Agra District Hospital: आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर यहां का जिला अस्पताल हाईटेक बन रहा है। इसकी कवायद अस्पताल प्रबंधन ने तेज कर दी है। अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक को इसके विस्तार का लेआउट बनाकर भेज दिया है। इसमें अस्पताल के पास के रोजगार कार्यालय परिसर एवं जमीन की मांग की गई है। दरअसल, पांच मई को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य यहां आए थे। तब उप मुख्यमंत्री ने कई मुद्दों पर अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. एके अग्रवाल से बातचीत की थी।
जब उप मुख्यमंत्री को मालूम हुआ कि जिला अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति विभाग नहीं है तो उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई। इस पर अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक ने कहा था कि जगह की कमी है। ऐसे में हम लोग कोई नया विभाग नहीं बना सकते हैं। महिलाओं का प्रसव एसएनएमसी और लेडी लायल में ही कराया जाता है।
महिला विभाग विकसित करने के लिए मांगा था प्रस्ताव
अपने औचक निरीक्षण में अस्पताल प्रबंधन की बात सुनने के बाद उप मुख्यमंत्री ने महिला विभाग विकसित किए जाने के लिए प्रस्ताव मांगा था। बता दें ट्रोमा सेंटर या महिला विभाग विकसित करने के लिए अस्पताल को कम से कम एक बीघा भूमि की जरूरत पड़ेगी। वहीं, रोजगार कार्यालय की कुल जमीन 5200 वर्ग मीटर है। एमजी रोड पर होने के चलते यह सभी के लिए सुगम स्थल होगा। रोजगार कार्यालय और अस्पताल के बीच की दीवार तोड़कर इन्हें एक किया जा सकता है।
रोजगार कार्यालय में होती है कोविड सैंपलिंग
कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद से अब तक रोजगार कार्यालय में कोविड सैंपलिंग का कार्य हो रहा है। इसके शेष कमरे अकसर खाली रहते हैं। कोविड सैंपलिंग होने की वजह से यहां कोई रोजगार मेला भी पिछले तीन साल से नहीं लग रहा है। सेवा योजन से जुड़ी दूसरी गतिविधियां भी बंद हैं। जब यह जिला अस्पताल का हिस्सा हो जाएगा तो लोगों के इलाज में काम आएगा। अस्पताल में बेड़ों की संख्या बढ़ाए जाने की भी योजना है। अभी 138 बेड हैं, जिसे बढ़ाकर 300 किया जाना है।
रोजगार कार्यालय का काम ऑनलाइन ही हो रहा
इस बारे में जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. एके अग्रवाल का कहना है कि रोजगार कार्यालय परिसर को जिला अस्पताल को दिए जाने से हमारी समस्या हल हो जाएगी। इससे मरीजों को बेड और अन्य सुविधाएं एक ही जगह मिल सकेंगी। वैसे भी रोजगार कार्यालय के सभी काम ऑनलाइन किए जा रहे हैं। अगर, अस्पताल को रोजगार कार्यालय परिसर मिल जाता है तो इसमें ओपीडी शिफ्ट कर दिया जाएगा।