- आगरा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल में मारा छापा
- अस्पताल में छापामारी के दौरान नहीं मिला एक भी डॉक्टर
- अस्पताल में महिला की मौत के बाद हुई कार्रवाई
Agra : उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक हॉस्पिटल में छापा मारा। वहीं छापामारी के दौरान हॉस्पिटल में एक भी डॉक्टर नहीं मिला और प्रशिक्षित स्टाफ भी मौजूद नहीं था। टीम ने संचालक से अस्पताल का पंजीकरण मांगा तो वह नहीं दिखा सके। हाल ही में इस अस्पताल में एक महिला की प्रसव के दौरान मौत हो गई थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा यह कार्रवाई की गई है। इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल का रिकॉर्ड जब्त करते हुए किसी भी मरीज के भर्ती करने पर रोक लगा दी है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
बताया गया कि महिला की मौत के बाद सीएमओ से शिकायत की गई थी। शिकायत मिलने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने इस मामले में टीम को कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हॉस्पिटल पर छापा मारा।
इलाज के दौरान हुई थी महिला की मौत
अकोला स्थित बीसलपुर के रहने वाले एक युवक ने अपनी पत्नी पूजा को प्रसव पीड़ा होने पर श्री लक्ष्मी हॉस्पिटल में बीती 27 अगस्त को भर्ती कराया था। अस्पताल में महिला की सिजेरियन डिलीवरी कराई गई, जिससे महिला को बेटा पैदा हुआ। वहीं पीड़ित परिजनों का आरोप है कि बीती 31 अगस्त को डिस्चार्ज करने से पहले अस्पताल के स्टाफ ने महिला को एक इंजेक्शन लगाया और इंजेक्शन लगाने के पांच मिनट बाद ही पूजा की मौत हो गई। वहीं महिला का पोस्टमार्टम होने के बाद पीड़ित परिजनों ने पुलिस और सीएमओ कार्यालय में इसकी शिकायत की थी।
जानिए क्या बोले जिम्मेदार अधिकारी
अस्पताल में महिला की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि हॉस्पिटल पर छापामारी की गई है। छापामारी के दौरान पता चला कि एक किराए के मकान में इस हॉस्पिटल को संचालित किया गया है। उन्होंने बताया कि छापामारी के दौरान हॉस्पिटल में कोई डॉक्टर नहीं था। सिर्फ एक नर्स थी। वहीं संचालक धर्मेंद्र से अस्पताल के पंजीकरण के कागज मांगे गए तो वह दिखा नहीं पाए। पंजीकरण दिखाने के लिए नोटिस जारी किया गया है। तब तक के लिए हॉस्पिटल में मरीजों के भर्ती होने पर रोक लगा दी गई है। साथ ही जांच के लिए टीम का भी गठन किया गया है। यह टीम कार्रवाई में जुटी हुई है।