- महाशिवरात्रि पर आगरा के तीर्थ धाम बटेश्वर में भारी संख्या में उमड़े भक्त
- तीर्थ स्थल बटेश्वर धाम में यमुना किनारे चंद्राकार में सैकड़ों वर्ष पुराने 101 शिव मंदिर बने हुए हैं
- मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों की होती है मनोकामना पूरी
Agra Mahashivaratri Celebration: आगरा जनपद के तहसील बाह क्षेत्र के अंतर्गत उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थ धाम बटेश्वर में मंगलवार को महाशिवरात्रि के पर्व पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। जहां दूरदराज से भारी संख्या में लोग भगवान भोले के मंदिरों में पूजा अर्चना करने के लिए लाखों की संख्या में पहुंचें। वहीं भक्तों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई।
आपको बता दें कि उत्तर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थल बटेश्वर धाम में यमुना किनारे चंद्राकार में प्राचीन सैकड़ों वर्ष पुराने 101 शिव मंदिर बने हुए हैं। भक्तों की ऐसी मान्यता है कि इन मंदिरों में भगवान शिव खुद विराजते हैं। हर वर्ष लाखों की संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु भगवान भोले के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं।
भक्तों ने चढ़ाए पीतल के घंटे
भगवान भोले के मुख्य मंदिर ब्रह्मा लाल महाराज की लोगों पर असीम कृपा है। यहां पर कोई भी भक्त मनोकामना मांगने आते हैं उनकी हर मनोकामना पूरी होती है। लोगों की मनोकामना पूरी होने पर यहां श्रद्धालुओं द्वारा पीतल के बड़े छोटे घंटे चढ़ाए जाते हैं। सैकड़ों वर्षों से यह परंपरा बनी हुई है। यमुना और चंबल के बीहड़ में हुए डाकू और बागियों ने बटेश्वर के मंदिरों में विशाल घंटे चढ़ाए थे। जो आज भी आस्था का प्रतीक हैं। बटेश्वर धाम में महाशिवरात्रि के पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु दूरदराज से भगवान भोले के दर्शन को पहुंचते हैं। और अपने परिवार की मनोकामना की लिए मनौती मांगते हैं। गंगा जी सोरों घाट से कांवड़िए अपनी कांवड़ में गंगाजल लेकर यहां भारी संख्या में पहुंचते हैं।
शिवलिंग पर किया जलाभिषेक
मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व होने पर भारी संख्या में कावड़िए श्रद्धालु भारी संख्या में गंगा जल लेकर बटेश्वर धाम पहुंचे। अपने परिवार के साथ लोगों ने शिवलिंग पर अभिषेक किया। भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु भगवान के दर्शन पाने के लिए यमुना में डुबकी लगाकर मंदिरों में शिवलिंगों पर जलाभिषेक करते नजर आए। तीर्थ धाम घंटों की गूंज से गुजायमान हो गया। वहीं त्यौहार पर पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद की गई। मंदिरों के यमुना घाट पर पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।