- आगरा में ताज देखने आए पर्यटक से लाखों रुपये और सामान लूटा
- ऑटो गैंग ने पर्यटक से लूट की वारदात को दिया अंजाम
- ऑटो चालक को बता दिया था बदलनी है करेंसी
Agra Robbery From Tourist: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के सदर इलाके में मंगलवार की रात पर्यटक के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया जाने का मामला सामने आया था। पर्यटक के अनुसार, वारदात को ऑटो गैंग ने अंजाम दिया। पर्यटक से बदमाश मारपीट कर 8000 यूरो (तकरीबन छह लाख 35 हजार रुपये), मोबाइल, लैपटॉप समेत अन्य सामान लूटकर ले गए। पर्यटक की तहरीर पर पर्यटन थाने में केस दर्ज किया गया था। हालांकि पहले यह हल्ला मचा गया था कि लूट का शिकार पर्यटक विदेशी है। लेकिन अधिकारियों ने साफ किया कि, पर्यटक भारतीय है और वह विदेश में नौकरी करता है। अब पुलिस जांच में यह पूरा मामला फर्जी निकला है।
जानकारी मिली कि, गोवा में पोरवरम थाना इलाके के रहने वाले सेवी बेल्जियम के साथ लूट की यह वारदात हुई। 25 साल का सेवी, बेल्जियम में नामी कंपनी में काम करता है। उनकी मां गोवा में रहती है। पिता बेल्जियम के निवासी हैं। मंगलवार को सेवी मथुरा से आगरा आ रहा था। पर्यटक सेवी हाईवे से ऑटो में सवार हुआ था। सेवी ने चालक से कहा कि, किसी फाइव स्टार होटल लेकर चलो।
पयर्टक के बैग में थे...
इस दौरान उसने चालक को बताया कि, उसे करेंसी एक्सचेंज करनी है। पर्यटक सेवी ने आरोप लगाया कि, चालक ने सुनसान इलाके में ले जाकर दोस्तों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पर्यटक को सड़क पर ही छोड़कर फरार हो गए। पयर्टक के बैग में आठ हजार यूरो, कैमरा, लैपटॉप, कपड़े और जूते थे। रात में किसी तरह से पर्यटक सदर थाने पहुंचा और वारदात की सूचना दी। यह मामला पर्यटक से लूटपाट का था। इस पर पर्यटन थाना पुलिस को सूचना दी गई। पर्यटन पुलिस पर्यटक सेवी को अपने साथ ले गई। पीड़ित को रात को पुलिस ने होटल में ठहराया। पर्यटक से उसकी बात समझने में काफी वक्त लग गया। इसके बाद पुलिस ने लूट की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया।
लूट के मामले में आया नया मोड़
वहीं, देर रात लूट के मामले में नया मोड़ आ गया। पुलिस ने छानबीन की तो सामने आया कि पर्यटक सेवी झूठ बोल रहा है। इंस्पेक्टर पर्यटन जय सिंह परिहार के अनुसार, टीम पर्यटक को फरह टोल प्लाजा तक लेकर पहुंची थी। घटना प्रारंभिक जांच में ही फर्जी पाई गई। सेवी वर्तमान में दिल्ली में रहता है। बेल्जियम में सेवी की नौकरी की पुष्टि नहीं हुई है। पर्यटक के अनुसार, उसने अपना मोबाइल बेच दिया था। पहले भी वह ऐसी ही लूट का मुकदमा कमला नगर थाने में लिखावा चुका था। उसे लगा कि पुलिस से उसे आर्थिक मदद मिलेगी, लेकिन जांच में मामला का खुलासा हो गया था।