- आगरा में सामने आया चौंकाने वाला मामला
- जलकल विभाग ने लोगों के पास भेजे 70 हजार रुपये तक के बिल
- बिल देखकर लोगों में मचा हड़कंप, दी ये चेतावनी
Agra Water Department Bill: उत्तर प्रदेश के आगरा शहर (ताजनगरी) में बहुत ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां दयालबाग क्षेत्र की दर्जनों कॉलोनियों में काफी समय से गंगाजल की मांग की जा रही है। लेकिन आज तक इन कॉलोनियों में पानी नहीं पहुंचा, चौंकाने वाली बात यह है कि जब इन कॉलोनियों में पानी ही नहीं पहुंचा तो इनके पास बिल कैसे भेजे गए। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात तो यह है कि, बिल एक-दो हजार नहीं, करीब 70 हजार रुपये तक बिल भेजे गए हैं। हालांकि कॉलोनी के सभी लोग बिल देखकर दंग रह गए हैं।
बताया गया कि, इस मामले में जलकल विभाग की लापरवाही सामने आई है। करीब चार साल पहले इन कॉलोनियों में पानी के नल लगाए गए थे। लेकिन आज तक भी इन नलों में पानी नहीं आया है। अब इन नलों की टेस्टिंग की जा रही थी और जलकल विभाग ने लोगों के पास बड़े-बड़े बिल भेज दिए।
कॉलोनियों के लोगों में भारी आक्रोश
वहीं जलकल विभाग द्वारा भेजे गए पानी के बिलों को देखकर कॉलोनियों के लोगों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि, जब आज तक इन नलों में पानी ही नहीं आया तो बिल किस लिए भेजे गए हैं। वही नगला हवेली के लोगों का कहना है कि, पानी अभी तक नहीं आया और बिल तीन साल पहले भेज दिए गए। यह तो खुलेआम अंधेरगर्दी है। उनका कहना है कि, इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
कॉलोनियों के लोगों का दर्द
70 हजार रुपये तक के बिल देखकर लोगों का दर्द छलक उठा। उनका कहना है कि, हम गरीब लोग हैं और जब हमें पिछले चार सालों में पानी ही नहीं मिला तो हम यह बिल क्यों भरेंगे। बताया गया कि, जल निगम की विश्व बैंक इकाई ने 2018-19 में इन कॉलोनियों में गंगाजल के लिए करीब 27 हजार घरों में नल लगाए गए थे। नल तो लगा दिए गए, लेकिन पाइप लाइन नहीं बिछाई गई थी। यही नहीं इन कॉलोनियों के लोगों ने पानी की मांग को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया था, लेकिन इनकी किसी ने कोई सुनवाई नहीं की थी। अब इस पूरे मामले में जलकल विभाग के महाप्रबंधक आरएस यादव का कहना है कि, बिल में केवल जलकर शामिल किया गया है। जल मूल्य शामिल नहीं है। लेकिन फिर भी मामले की जांच कराई जाएगी।