- आगरा में लगातार सामने आ रहे हैं ठगी के बड़े मामले
- ऑनलाइन गेमिंग ऐप के नाम पर सैकड़ों से ठगी
- आगरा पुलिस ने लिया बड़ा एक्शन, आरोपी पकड़े, मास्टरमाइंड की तलाश
Agra Crime News: उत्तर प्रदेश के आगरा में लगातार ठगी के बड़े मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में आगरा में एक हाईप्रोफाइल ठग को पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार आरोपी हीरे के जेवरात सस्ते दामों पर दिलवाने के नाम पर अमीर घरों की महिलाओं को जाल में फंसाता था। पुलिस ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरा राज खोल दिया। पुलिस ने आरोपी के पास से 1.20 करोड़ रुपये के जेवरात भी बरामद किए हैं।
न्यू आगरा थाना क्षेत्र के सिद्धार्थ अपार्टमेंट के रहने वाले दीपेश को गिरफ्तार कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं अब आगरा में ऑनलाइन गेमिंग ऐप के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। एक पीड़ित के सामने आने के बाद ठगों का यह पूरा खेल खुल गया। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को पकड़ा है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
चल रहा था सब्सक्रिप्शन और फिर ठगी का खेल
आगरा पुलिस के अनुसार सिकंदरा पुलिस थाने में एक युवक ने मामला दर्ज करवाया था कि उसने एक ऑनलाइन गेमिंग ऐप का सब्सक्रिप्शन एक हजार रुपए में लिया था। उससे वादा किया गया था कि उसे मोटा मुनाफा होगा, लेकिन रुपए देने के कुछ दिन बाद ही ऐप 30 मई को बंद हो गई। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की तो करोड़ों का काला कारनामा सामने आ गया। पुलिस ने ठगी के आरोप में दिल्ली निवासी अंकित, विजय और सिद्धार्थ को पकड़ा है। तीनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनकी प्राइवेट कंपनी है, जिसके खाते में वे लोगों से सब्सक्रिप्शन के नाम पर रुपए लेते हैं। ऐप के जरिए सब्सक्रिप्शन दिया जाता था, फिर यूजर्स को बेसिक फुटबॉल गेम खिलवाते थे। इसके बाद यूजर से एक लाख रुपए जमा करवाकर उनसे सट्टा लगवाया जाता था। सट्टा पूरे गेम और प्रति गोल के हिसाब से लगाया जाता था। ऐप यूजर्स से वादा करती थी कि गेम पर बेटिंग करने से उन्हें प्रतिदिन 2200 रुपए मिल सकते हैं। रुपए ऑनलाइन लिए जाते थे। लेकिन कुछ दिन बाद ऐप बंद हो गई। पकड़े गए आरोपियों का कहना है कि ऐप का मास्टरमाइंड चीन निवासी है। वह उन्हें सिर्फ कमीशन देता था। अब पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश में है। जांच में सामने आया कि कंपनी के खाते में 20 करोड़ से अधिक का लेखा जोखा है। अब जांच की जा रही है कि इस राशि को कहां दी जा रही थी।