- आगरा में 10 लाख के तार चोरी मामला का खुलासा
- बिजली कर्मी बनकर आर्मी वर्कशॉप के पास से की थी चोरी
- 10 लाख का तार दिल्ली में महज 2.10 लाख में बेचा
Agra Crime: ताजनगरी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने दस लाख के तार चोरी के मामले में गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने चोरों के कब्जे से एक लाख 40 हजार रुपये और अवैध हथियार बरामद किए हैं। इसके अलावा 60 किलो पीवीसी केबल के टुकड़े, चोरी में इस्तेमाल एक कार, एक कैंटर और एक क्रेन समेत अन्य सामान पुलिस ने इनके पास से बरामद किया है।
एसपी सिटी विकास कुमार के अनुसार, 16 मई को आगरा के थाना सदर के सीओडी इलाके में दस लाख के तार चोरी हो गए थे। मेसर्स जीवन कुमार मित्तल फर्म के आयुष मित्तल ने थाना सदर में चोरी का मामला दर्ज कराया था।
क्रेन की मदद से चोरी किए थे तारों के बंडल
पुलिस को दी तहरीर में आयुष मित्तल ने बताया कि, वह आर्मी की ठेकेदारी का कार्य हैं। आर्मी अस्पताल में पावर हाउस बनाने का कार्य चल रहा है। इसके लिए तारों के दो बंडल मंगाए थे। जो ग्वालियर रोड पर आर्मी वर्कशॉप के पास रखे थे। 16 मई को यह तार क्रेन की मदद से चोरी कर लिए गए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस घटना का सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा। जिसमें बिजली कर्मियों की तरह वर्दी पहनकर और सिर पर हेलमेट लगाकर आए लोग दिखाई दिए।
बदन सिंह थाना कागारौल का हिस्ट्रीशीटर
इनके अलावा फुटेज में एक क्रेन और कैंटर दिखाई दे रहा था। क्रेन पर चौधरी क्रेन सर्विस लिखा नजर आ रहा था। मुखिबर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने रविवार को शमसाबाद रोड स्थित खंडहर मकान से सात आरोपियों को पकड़ लिया। एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि, इनमें एक आरोपी बदन सिंह थाना कागारौल का हिस्ट्रीशीटर है। उसने ही अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोरों ने तार को दिल्ली के कबाड़ी बाजार में बेच दिया।
दिल्ली में 2.10 लाख में बेचा तार
एसपी सिटी ने बताया कि, बदन सिंह पहले बिजली का काम करता था। उसने साथी दिनेश, भूपेंद्र, बुलंदशहर का मुकेश और सादाबाद के अली के साथ तार के बंडल चोरी का प्लान बनाया। चोरों ने ब्रेजा कार से रेकी की थी। तार को क्रेन की मदद से चोरी कर बमरौली अहीर में एक प्लॉट में रखा था। इसके बाद तार को एक-एक मीटर के टुकड़ों में बांटा। कबाड़ी दयाशंकर और सत्येंद्र की मदद से इन्होंने तारों से प्लास्टिक उतारी। इसके बाद आरोपी कार के माध्यम से तार को दिल्ली ले गए, यहां कबाड़ी बाजार में 2.10 लाख रुपये में बेच दिया।