- पीपीपी मोड पर चलेंगे हेलीकॉप्टर
- हेलीकॉप्टर टैक्सियां चलाई जाएंगी, ज्वॉय राइड भी चलाने की योजना
- हेलीकॉप्टर के माध्यम से विभिन्न शहरों की बढ़ेगी कनेक्टविटी
UP Tourism : आगरा और मथुरा के हेलीपोर्ट पर जल्द ही हेलीकॉप्टर उतरेंगे। इन्हें पीपीपी मोड पर चलाया जाएगा। पर्यटन विभाग ने इस संबंध में कैबिनेट प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इन हेलिपोर्ट पर हेलीकॉप्टर टैक्सियां चलाई जाएंगी, वहीं ज्वॉय राइड भी चलाने की योजना है। मथुरा में गोर्वधन में इसे बनाया गया है और आगरा में ये बन चुका है। हेलीकॉप्टर के माध्यम से विभिन्न शहरों की कनेक्टिविटी बढ़ाने की मंशा के साथ शुरू हुई यह योजना जल्द ही शुरू होगी।
इससे न सिर्फ विभिन्न शहरों से हेलीकॉप्टर टैक्सी चल सकेंगी बल्कि शहर का एरियल व्यू के लिए ज्वॉय राइड भी करवाई जा सकेगी। पर्यटक हेलिकॉप्टर से आगरा दर्शन में ताजमहल, सिकंदरा किला, फतेहपुर सीकरी जैसे पर्यटक स्थल ऊपर से देख सकेंगे।
हेलिकॉप्टर से मिनटों में आगरा से मथुरा का सफर
वहीं आगरा आने वाला पर्यटक मिनटों में हेलीकॉप्टर से मथुरा पहुंच सकेगा। आगरा आने वाला पर्यटक प्रयागराज भी बिना समय नष्ट किए पहुंच सकेगा। एक ही दिन में पर्यटक यूपी के कई जगहों को देख सकेगा। इससे पहले पर्यटन विभाग गोवर्धन परिक्रमा में हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर चुका है। वे पर्यटक जो चल कर परिक्रमा नहीं कर सकते थे, उन्होंने हेलीकॉप्टर के जरिए परिक्रमा की थी। 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी शुरुआत की थी और पहले चरण में चार जिलों में इस योजना को मंजूरी मिली थी। इसमें वाराणसी, प्रयागराज भी शामिल है। वाराणसी में जमीन में कानूनी दांवपेंच के कारण यह अभी तक बन नहीं सका है। वहीं प्रयागराज में रेत के कारण दिक्कत आ रही है। इसके लिए भी प्रस्ताव जल्द ही निकाला जाएगा। प्रति हेलीपोर्ट लगभग पांच करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
किसी भी शहर में नई विधा, नई तकनीकी उसके सर्वांगिण विकास में सहायक होती है। आगरा मथुरा के लिए हेलीकॉप्टर टैक्सी और ज्वाय राइड पर्यटन के लिहाज से एक नई शुरुवात जैसा है। विदेशी पर्यटक इस हाईटेक तकनीकी से सुसज्जित योजना का लाभ ले सकेंगे। देश-प्रदेश के लोगों के लिए ये योजना लाभदायी सिद्ध होगी।