- पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी यमुना आरती
- हर सोमवार होने वाली आरती को मिल रहा है समर्थन
- दशहरा घाट पर होती है महाआरती
Yamuna Agra: ताजमहल की खूबसूरती में धार्मिक आकर्षण भी बढ़ गया है। आरएसएस की भगत सिंह शाखा और युवा जागरण सेवा समिति के द्वारा शुरू की गई यमुना आरती ने अब वृहद रूप ले लिया है। दशहरा घाट पर होने वाली आरती में सैकड़ों लोग पहुंच रहे हैं। ताजमहल के पार्श्व में यमुना की भव्य आरती पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गयी है। दूर-दूर से लोग इस मनमोहक आयोजन में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। यहां होने वाली यमुना आरती का धार्मिक महत्व बढ़ रहा है।
यह आयोजन धर्म और जातियों को पीछे छोड़कर मनलुभावन हो रहा है। इस धार्मिक आरती का आयोजन यमुना को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से ताजमहल के पार्श्व में दशहरा घाट पर शुरू की गई थी। हर सोमवार होने वाली आरती को बढ़ावा देने के लिए लोगों ने प्रयास किया और बीते दो सप्ताह से यहां सैकड़ों लोगों की भीड़ के साथ आरती का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
पर्यटन को मिल रहा बढ़ावा
यहां आरती का पूरा काम ताजमहल के गाइड और पांडित्य का काम करने वाले ब्राह्मण सूरज मणि शर्मा करते हैं। सूरज के अनुसार बीते कुछ दिनों से लोगों ने अभूतपूर्व सहयोग करना शुरू किया है और आयोजन भव्य हो गया है। ताजमहल के निकट दशहरा घाट पर महाआरती के लिए ताजमहल से जुड़े गाइड और फोटोग्राफर्स ने व्यवस्थाएं संभाली है।
इसके माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है। पंडित सूरज ने कहा कि हम यमुना आरती को विश्व में अलग स्थान दिलाना चाहते हैं। देश में काशी, हरिद्वार और अन्य तीर्थ स्थानों पर जाने के बाद व्यक्ति रात में गंगा की भव्य आरती देखने के लिए रुकता है। हम चाहते हैं कि लोग जानें कि देश में गंगा ही नहीं, यमुना भी हैं और वहां की भव्य आरती भी मंत्रमुग्ध करती है। इस आरती के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य ही सामजिक समरसता बनाए रखना और समन्वय की भावना से यमुना नदी को स्वच्छ बनाना है।