- मारुति ने यात्री वाहनों की कीमतों में 1.9% तक की वृद्धि की।
- मारुति एंट्री-लेवल हैचबैक ऑल्टो से लेकर एस-क्रॉस तक कई मॉडल बेचती है।
- कंपनी का कहना है कि सामानों की ऊंची लागत की वजह से बढ़ाई गई कीमत।
नई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने सोमवार को कहा कि उसने सेलेरियो को छोड़कर अपने सभी यात्री वाहनों की कीमतों में तत्काल प्रभाव से 1.9 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। कंपनी ने एक नियामकीय सूचना में कहा कि उसने विभिन्न इनपुट लागतों में वृद्धि के कारण कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है। कंपनी ने कहा कि यात्री वाहनों की एक्स-शोरूम कीमतों (नयी दिल्ली) में औसत रूप से 1.9 प्रतिशत की वृद्धि की गयी।
एमएसआई ने इस साल तीसरी बार कीमतें बढ़ाई हैं। इससे पहले उसने जनवरी और अप्रैल में कीमतों में कुल मिलाकर लगभग 3.5 प्रतिशत की वृद्धि की थी। इस समय कंपनी एंट्री-लेवल हैचबैक ऑल्टो से लेकर एस-क्रॉस तक कई मॉडल बेचती है, जिनकी कीमत क्रमशः 2.99 लाख रुपये और 12.39 लाख रुपये (दिल्ली में एक्स-शोरूम कीमत) के बीच है। कार निर्माता कंपनी ने पिछले महीने कहा था कि कीमतें बढ़ाना जरूरी है क्योंकि सामानों की बढ़ती कीमतों के बीच उसे अपनी लाभप्रदता को बचाना है।
एमएसआई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (बिक्री और विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा था कि कंपनी के पास सामानों की ऊंची लागत के प्रभाव को दूर करने के लिए कीमतों में वृद्धि करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने कहा था कि इस साल मई-जून में इस्पात की कीमतें पिछले साल इसी अवधि के 38 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 65 रुपए प्रति किलो हो गईं। वहीं इस दौरान में तांबे की कीमतें भी 5,200 डॉलर प्रति टन से दोगुनी होकर 10,000 डॉलर प्रति टन हो गईं।