अंजना सिंह का जन्म 7 अगस्त 1990 को उत्तर प्रदेश के जिले बहराईच में हुआ था। वह राजपूत परिवार से आती हैं। अंजना मिस बहराईच का खिताब भी जीत चुकी हैं। बहराईच एक छोटा शहर है और वहां रहकर हीरोइन बनने का ख्वाब संजोना भी एक मुश्किल काम लगता है लेकिन अंजना सिंह ने ना केवल यह सपना देखा बल्कि इसे पूरा भी किया।
अंजना ने साल 2009 में टीवी शो भाग ना बाचे कोय से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इस शो के बाद उन्हें 2012 में एक और फौलाद नाम की फिल्म मिली। यह फिल्म अभी पोस्ट-प्रोडक्शन में ही थी कि अंजना को कई फिल्में मिलने लगी। अंजना की दूसरी फिल्म ट्रक-ड्राइवर काफी सफल रही और यह फिल्म सिनेमाघरों में 100 दिन से ज्यादा समय तक लगी रही।
अंजना भोजपुरी की एकमात्र ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्होंने अपने करियर के शुरुआती 2 सालों में ही करीब 25 फिल्में साइन कर ली थीं। यह फिल्में अधिकतर सुपरस्टार्स के साथ ही थीं। अंजना उस समय को अपना बेहतरीन समय मानती हैं हालांकि वह 7 साल से इंडस्ट्री में काम कर रही हैं और लगातार फिल्मों में काम कर रही हैं।
अपने सांवले रंग पर अंजना कहती हैं कि मुझे इस रंग पर गुमान होता है। यह कॉम्प्लेक्शन मुझे ज्यादा देसी और कनेक्टिंग बनाता है। अंजना का कहना है कि कि गोरा रंग तो तलवों का भी होता है लेकिन उन्हें देखता कौन है? हमारा रंग हमारे काम के आगे फीका पड़ जाता है। रेखा, श्रीदेवी, प्रियंका चोपड़ा, बिपाशा बसु आदि भी तो सांवली ही हैं लेकिन उनका काम और उनकी खूबसूरती की चर्चा हर कोई करता है।
अंजना सिंह का कहना है कि उनकी टॉप फिल्में हैं बहुरानी, नागराज, जिगर, सइयां जी दगाबाज, हीरो गमछावाला। वहीं उनके पसंदीदा गानों में उनकी ही फिल्म बहुरानी के गाने, पवन सिंह के साथ उनका गाना 'प्यार केकरो से ना करिहा' और फिल्म जिगर के गाने हैं। अंजना का कहना है कि उन्हें एक्टिंग सबसे ज्यादा पसंद हैं हालांकि डांस करना भी उन्हें अच्छा लगता है।