- छत पर बने कमरे में फंदे से लटकता मिला शव
- मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला
- इकलौते बेटे की मौत से परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
Bhopal Suicide Case: राजधानी भोपाल में चार बहनों के इकलौते भाई ने खुदकुशी कर ली। वह प्राइवेट स्कूल में 12वीं कॉमर्स का स्टूडेंट था। उसके पिता को-ऑपरेटिव बैंक में नौकरी करते हैं। मां कपड़े उठाने के लिए छत पर गई थी। यहां बने कमरे में बेटा फंदे पर लटका हुआ मिला। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया।
मिली जानकारी के अनुसार पड़ोसियों के मुताबिक उसके पास कोई मोबाइल नहीं था। वह मां के फोन में सोशल मीडिया पर एक्टिव रहा करता था। लोगों का कहना है, वह काफी हंसमुख और समझदार था। सुसाइड के पीछे की वजह क्या रही होगी किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है। पुलिस मृतक के परिजनों से इस बारे में बातचीत कर रही है।
बेटे को फांसी पर लटकता देख मां बदहवास
मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या नगर के भवानी धाम में मुकेश शर्मा अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह मूलत: इटारसी के निवासी हैं। मुकेश की चार बेटियां और 16 साल का बेटा तनिष्क था। पिता ने बताया है कि वह ऑफिस में थे। तनिष्क की मां दोपहर के समय सो रही थी। शाम करीब 4 बजे वह कपड़े उठाने के लिए छत पर गई थी। छत का कमरा बंद था। तनिष्क का कमरा हमेशा खुला रहता है। कमरा बंद होने पर मां ने देर तक दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुला, तो खिड़की से अंदर की तरफ झांक कर देखा। इसके बाद अंदर तनिष्क को फंदे पर लटका देख वह काफी घबरा गईं।
बहनों का दुलारा भाई था तनिष्क
बेटे को फांसी पर लटकता देख मां ने तुरंत बेटियों और पड़ोसियों को यह बताया। तुरंत बेटे को अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस को जांच के दौरान मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। फिलहाल सुसाइड के पीछे के कारण का खुलासा नहीं हो सका है। घटना के बाद मां और बहनों की हालत खराब है। तनिष्क के पिता का कहना है कि बेटा काफी समझदार था। उसे मैंने या उसकी मां ने कभी डांटा तक नहीं था। वह सबका दुलारा था, बहनें भी उसे बहुत प्यार करती थीं। 6 अगस्त को पूरा परिवार वैष्णो देवी जाने वाला था, जिसे लेकर तनिष्क काफी उत्साही भी था। पिता ने बताया कि सुबह ही हम दोनों जिम भी जाकर आए। इस दौरान उसने कहा कि पापा मैं आज स्कूल नहीं जाऊंगा, तो मैंने कहा ठीक है कोई बात नहीं। शाम पौने पांच बजे ऑफिस में पड़ोसियों ने फोन किया तो पैरों तले जमीन खिसक गई।