- मध्य प्रदेश के रीवा जिले का है मामला
- सड़क मार्ग की समस्या से जूझ रहे 14 गावों के लोगों ने की है मांग
- सड़क नहीं तो वोट नहीं की बात कर रहे गांव वाले
Madhya Pradesh Panchayat Election 2022: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां पर 14 गांवों के ग्रामीण कई दशक से सड़क की समस्या से जूझ रहे हैं। मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव 2022 में यहां के मतदाताओं ने मांग की है कि अगर प्रशासन उनके लिए हेलिकॉप्टर की व्यवस्था करेगा, तभी वे मतदान करने केंद्र तक जाएंगे। वरना चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया जाएगा।
बता दें कि मध्य प्रदेश राज्य में पंचायत चुनाव 2022 की तैयारियां चल रही है। गांवों में हर तरफ चुनाव प्रचार किया जा रहा है। मतदान तीन चरण में 25 जून, एक जुलाई व आठ जुलाई को होना है। इस पहले बरसात के मौसम में उम्मीदवार मतदाताओं से वादों को पुल बांध रहे हैं। मतदाता भी अपनी समस्या के समाधान की मांग करने से पीछे नहीं रह रहे। लोग मतदान बहिष्कार तक की बात कर रहे हैं।
सड़क नहीं तो वोट नहीं
मिली जानकारी के अनुसार रीवा जिले के गंगेव जनपद क्षेत्र के अंतर्गत 14 ग्राम पंचायतों के ग्रामीण इन दिनों सड़क की समस्या से परेशान हैं। इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया था, लेकिन सरकार की तरफ से कोई बात नहीं बनी थी। इस मामले पर अब उन्होंने राज्य निर्वाचन आयोग से कहा है कि अगर गांव में सड़क की समस्या को दूर नहीं किया गया तो वह मतदान करने नहीं जाएंगे।
आजादी के इतने साल बाद भी नहीं बनी सड़क
रीवा के सेदहा ग्राम पंचायत में ग्रामीणों ने 'सड़क नहीं तो वोट नहीं' का नया नारा तक दे दिया है। समस्या ये है कि सेदहा ग्राम पंचायत में आजादी के इतने वर्ष बीत जाने के बावजूद अब तक सड़क की समस्या पूर्व की भांति बनी हुई है। इसके कारण ग्रामीणों ने इन त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वोट न करने का फैसला लिया है। इस मांग के बाद रीवा के ये 14 गांव चर्चा में आ गए हैं। प्रत्याशी भी इस मांग से घबराए हुए हैं।