भोपाल : यूपी के उन्नाव में 16 दिसंबर को एक दुष्कर्म पीड़िता ने पुलिस पर यह आरोप लगाते हुए एसपी कार्यालय के बाहर आग लगा ली थी कि उसकी शिकायत पर उचित कार्रवाई नहीं की गई। जिंदगी व मौत से जूझ रही युवती ने शनिवार रात दम तोड़ दिया। अब ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश से सामने आया है, जहां 15 साल की एक किशोरी ने यह कहते हुए खुदकुशी कर ली कि पुलिस ने उसकी शिकायत तक दर्ज नहीं की।
यह मामला मध्य प्रदेश के खारगौन जिले के आशापुर गांव का है, जहां आरोपी ने किशोरी को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके पिता का कहना है कि वह और उनकी बेटी घटना की शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत तक दर्ज नहीं की। इसके बाद जब वे दूसरे पुलिस स्टेशन गए तो वहां पुलिस अधिकारी उनकी शिकायत लिखने की बजाय लड़की के चरित्र पर ही सवाल उठाने लगे।
आरोप है कि पहले से ही आहत पीड़िता को पुलिस के इस कदम से काफी ठेस पहुंची, जिसके बाद उसने कीटनाशक खाकर खुदकुशी कर ली। उसे अस्पताल ले जाया गया, पर बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने हालांकि आरोपों से इनकार किया है। एएसपी शशिकांत कनकने मुताबिक, इस मामले में एक महिला अफसर को जांच के लिए भी भेजा गया था और पीड़िता को पुलिस स्टेशन आने के लिए कहा गया था, लेकिन वह नहीं पहुंची।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी जांच के अनुसार, लड़की ने अपने साथ रेप की वजह से खुदकुश की। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। किशोरी की मौत के बाद अब उस शख्स के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उधर, उन्नाव में दुष्कर्म के मामले में पुलिस की ओर से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाकर खुद को आग के हवाले करने वाली पीड़िता ने कानपुर के अस्पताल में शनिवार देर रात दम तोड़ दिया।
उन्नाव में 23 साल की युवती ने यह कहते हुए एसपी कार्यालय के बाहर 16 दिसंबर को खुद को आग लगा ली थी कि पुलिस उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रही थी। बताया जाता है कि आरोपी के साथ काफी समय से उसके प्रेम संबंध थे और उसने युवती से शादी का वादा भी किया था, जिससे वह बाद में मुकर गया। युवती ने 2 अक्टूबर को आरोपी के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई थी।