- बिचौलिए के झांसे में आकर फंसा युवक
- एक लाख तीस हजार रुपए की हुई है ठगी
- लड़की से मिलवाकर शादी कराने की कही थी बात
Bhopal News: भोपाल के निकट राजगढ़ के ब्यावरा में लुटेरी दुल्हन सक्रिय हो चुकी हैं। दुल्हन के नाम पर बिचौलिए यानी कि दलाल सामने आ रहे हैं, जो लोगों को चूना लगा रहे हैं। ताजा मामला मलावर थाना क्षेत्र के जामी गांव का है। यहां एक फरियादी से ऐसे ही एक मामले में सवा लाख रुपये की ठगी हुई है। इसके बाद से न दुल्हन का पता है न ही बिचौलिए का।मिली जानकारी के मुताबिक, मोर सिंह लोधा निवासी जामी के साथ एक लाख 30 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।
पीड़ित को एक लड़की का फोटो दिखाकर शादी कराने का झांसा दिया गया था। इस शादी के लिए लक्ष्मीनारायण निवासी सुखजर और फुल सिंह निवासी तरेना ने यह सौदा तय करवाया था। भोपाल के रईस खान जो लड़की के तरफ से था उसने शादी करवाने की बात कही थी। 25 मार्च 2022 को नकदी रुपये लेकर शादी कराने का भरोसा दिलवाया। लेकिन न ही अभी तक युवक की शादी हुई और न ही आज तक रुपये वापस मिले।
युवक को ऐसे फंसाया जाल में
जानकारी के लिए बता दें कि जब पीड़ित रुपए मांगने गया तो बिचौलिए विवाद करने पर उतारू हो गए, फोन पर भी कई तरह की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित के अनुसार इस लेन-देन के दो लोग गवाह भी हैं। बावजूद इसके रुपये नहीं मिल रहे। पीड़ित का आरोप है कि परेशान होकर 22 जुलाई को थाने में रिपोर्ट लिखवाई, लेकिन पुलिस मदद नहीं कर रही। मोर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि लड़की को दिखाने की बात चल रही थी, तो उसे भोपाल बुलाया गया। वहां मुझसे लड़की को मुलाकात कराई गई। हम दोनों एक ही ऑटो में बैठे, इस दौरान हमारी कोई बातचीत नहीं हो सकी। परिजनों को सिर्फ लड़की का फोटो दिखाया गया था। इसके बाद मेरे परिजनों को दूसरे दिन बुलाया गया था और दोनों ही बिचौलिए (फूल सिंह और लक्ष्मीनारायण) साथ गए और एक लाख 30 हजार रुपये भोपाल के रईस खान को दिलवा दिए। इसके बाद से आज तक न रुपए मिले न ही वे खुद।
पीड़ित ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
बता दें कि पीड़ित के पिता रोशनलाल और उसके परिजनों ने मलावर पुलिस पर आरोप लगाया कि जानबूझकर हमें गुमराह किया जा रहा है। थाना प्रभारी से कई बार निवेदन कर चुके हैं, लेकिन उन्होंने किसी तरह भी मदद नहीं की। परिजनों का आरोप है कि पुलिस को तमाम शिकायत हम 22 जुलाई को ही कर चुके हैं, लेकिन जानबूझकर मामले की अनदेखी की जा रही है। बता दें कि मलावर थाना प्रभारी का कहना है, मामले में किसी तरह का साक्ष्य नहीं है, कोई ऐसा सबूत नहीं है जिससे एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि वे जांच कराएगें की मामले की जांच में क्या कमी रह गई है।