भोपाल: भोपाल के 68 वर्षीय अखबार मालिक प्यारे मियां नाबालिग यौन शोषण कांड की 17 वर्षीय एक पीड़िता ने यहां सरकारी बालिका गृह में अधिक मात्रा में नींद की गोलियां खा ली। पीड़िता का गंभीर स्थिति में सरकारी हमीदिया अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिये हैं। भोपाल पुलिस महानिरीक्षक उपेंद्र जैन ने बताया, ‘‘लड़की सरकारी हमीदिया अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत बेहद नाजुक है।’’
जिस लड़की ने सोमवार रात को नींद की गोलियां लीं, वह इन पीड़ितों में से एक थी, जैन ने बताया कि इस मामले के पांच पीड़ित लड़कियों को सुरक्षा के मद्देनजर सरकारी बालिका आश्रय गृह में रखा गया है, इनमें से दो बालिकाओं की तबीयत सोमवार रात को बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया कि इनमें से एक लड़की हालत बेहद नाज़ुक होने पर उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दुष्कर्म पीड़िता वेंटिलेटर पर है और उसकी हालत काफी नाजुक
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद जिलाधिकारी ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट के बाद ही असली तस्वीर सामने आएगी। इस बीच, कमला नगर थाना प्रभारी विजय सिसोदिया ने बताया कि अत्यधिक मात्रा में नींद की गोलियों का सेवन करने वाली दुष्कर्म पीड़िता वेंटिलेटर पर है और उसकी हालत काफी नाजुक है।उन्होंने कहा कि यह जानने के लिए जांच चल रही है कि आश्रय गृह में उसे नींद की गोलियां कैसे मिलीं।
मालूम हो कि पिछले साल जुलाई में भोपाल के रातिबाड़ इलाके में पांच लड़कियों के नशे की हालत में घूमने के बाद प्यारे मियां और उसके साथी स्वीटी विश्वकर्मा (21) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। मियां पर आरोप था कि उसने कई दफा नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया। पुलिस ने बाद में मियां को जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया था।