- यात्रियों की मदद करेंगे कर्मयोगी
- रेलवे की छवि को बेहतर बनाएंगे प्रशिक्षित रेलकर्मी
- भोपाल रेल मंडल ने 1200 कर्मचारी किए प्रशिक्षित
Bhopal Railway Division: भोपाल रेलवे मंडल ने यात्रियों की सहायता करने के लिए, उनका दिल जीतने के लिए 1200 कर्मयोगियों को प्रशिक्षित किया है। जिनका मुख्य उद्देश्य लोगों की सहायता करना उनको टिकट, पेमेंट आदि की परेशानी होने पर उनकी मदद कर उनका दिल जीतना है। इसके साथ ही वे रेलवे की छवि को बेहतर बनाने में भी मदद करेंगे। भारत सरकार की मिशन रेल कर्मयोगी योजना के तहत रेलकर्मियों को रेल यात्रियों के साथ अच्छे एवं सौजन्य व्यवहार करने के लिए भोपाल मंडल के निशातपुरा स्थित प्रशिक्षण केंद्र में 22 मार्च से प्रशिक्षित किया जा रहा था। इसमें उन्हें अपने कार्यशैली में सरलता लाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था।
रेलवे की छवि होगी उज्ज्वल
मिशन रेल कर्मयोगी के प्रशिक्षण को लेकर डीआरएम सौरभ बंदोपध्याय ने कहा कि मिशन रेल कर्मयोगी प्रशिक्षण से लाभन्वित रेलकर्मियों के व्यक्तित्व का विकास होने के साथ ही यात्रियों से अच्छा व्यवहार कर उनकी समस्याओं को सुलझाने, अपने काम के प्रति ईमानदार रहने की प्रेरणा मिलेगी। इससे रेलवे की उज्ज्वल छवि निर्माण में मदद मिलेगी। कार्यशाला के दौरान 1200 रेलकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है। निश्चित ही उनका व्यवहार रेलवे की छवि और बेहतर बनाने में मदद करेगा।
यात्रियों को मिलेगी इस प्रकार कर्मयोगियों से मदद
कर्मयोगी किसी भी तरह की सहायता क् लिए तत्पर रहेंगे। किसी भी तरह के अपराध होने पर जीआरपी और आरपीएफ के पास ले जाएंगे। ट्रेन के अंदर यात्री के घायल होने पर अब टीटी प्रारंभिक इलाज तक करेगा। रेलवे स्टेशन पर टिकट बनवाने, पेमेंट के तरीके बताने, सही प्लेटफार्म नंबर और ट्रेन की लोकेशन बताने में मदद करेंगे। ऑनलाइन पेमेंट और टिकट बनाने में मदद करेंगे। एसी और पानी जैसे दिक्कत होने पर यात्रियों के शिकायत करते ही अन्य कर्मचारी ठीक करने कोशिश करेंगे। प्रशिक्षित कर्मयोगी रेलवे की दशा और दिशा बदलने में सहायक होंगे। यात्रियों को अपने मृदुल व्यवहार से अपनत्व की भाव देंगे। रेलवे से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी साझा करेंगे। भोपाल मंडल का कर्मयोगी मिशन यात्रियों के हर तरह से फायदा ही पहुंचाएगा।