- ग्वालियर की महिला यात्री से की थी ट्रेन में लूट
- पीड़िता के बताए हुलिए के आधार पर जीआरपी ने आरोपी को दबोचा
- बदमाश ट्रेनों में केवल महिला पैसेंजर्स को बनाता था अपना निशाना
Bhopal News: राजधानी भोपाल की रेलवे पुलिस ने ट्रेन में महिला पैसेंजर्स को लूटने वाले प्रदेश के विदिशा जनपद के रहने वाले एक हिस्ट्रीशीटर को दबोचा है। रेलवे पुलिस ने आरोपी के पास से एक महिला यात्री का लूटा गया पर्स, 77 हजार रुपए कैश व मोबाइल, सहित अन्य सामान बरामद किया है। जीआरपी की पूछताछ में आरोपी ने कई ट्रेनों में की गई 6 अन्य वारदात कबूल किया हैं।
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ में बताया कि, उसके निशाने पर ट्रेन में बैठी महिला पैसेंजर्स होती हैं। इसके पीछे की वजह जान खुद जीआरपी के अधिकारी दंग रह गए। आरोपी ने महिलाओं को ट्रेन में निशाना बनाने को लेकर बताया कि, महिलाओं के पर्स में पुरुषों के मुकबाले कैश अधिक होता है। वहीं सोने- चांदी के जेवरात भी मिल जाते हैं। आरोपी ने जीआरपी को बताया कि, अब तक उसके द्वारा सिर्फ महिलाओं संग लूट की गई हैं। जीआरपी के अधिकारी आरोपी से पूछताछ कर अन्य वारदातों के बारे में पता लगाने में जुटे हैं। वहीं आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड भी जुटाया जा रहा है।
शातिर बदमाश ऐसे आया पकड़ में
राजधानी के रेलवे पुलिस थाने के एसएचओ डीएस चौहान के मुताबिक गत 6 सितंबर को ग्वालियर की रहने वाली महिला यात्री सुनीति श्रीवास्तव ने का भोपाल में ट्रेन रूकने पर रात के दो बजे एक युवक पर्स छीनकर भाग गया था। पीड़िता ने सिर्फ लुटेरे का हुलिया देखा था। लूट की शिकार हुई महिला यात्री के बताए हुलिए के आधार पर आरोपी को तलाश किया गया। इसके बाद जांच में सामने आया कि, ट्रेनों में लूट करने वाला विदिशा जनपद का अबरार खान (28) है। एसएचओ के मुताबिक इसके बाद से पुलिस लगातार उसका पीछा करती रही। उसके घर पर भी दबिश दी गई, मगर वह नहीं मिला। इसके बाद रेलवे स्टेशनों पर जांच की तो ये शातिर बदमाश पकड़ में आया।
इस अंदाज में करता है महिलाओं से लूट
जीआरपी थाना प्रभारी चौहान के मुताबिक आरोपी को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो जानकारी सामने आई कि, उसने ही 6 सितंबर को महिला का पर्स लूटा था। इसके अलावा उसने 6 और वारदातें स्वीकार की। जीआरपी के मुताबिक आरोपी 2016 में चोरी के आरोप में पकड़ा गया था, जिसमें इसे 5 साल की सजा भी हुई थी। जीआरपी के मुताबिक आरोपी इतना शातिर है कि, ट्रेन में लूट की वारदात करने के बाद मौके पर नहीं रूकता वह दूसरी ट्रेन में सवार हो जाता था। ट्रेन की टिकट भी खरीद कर साथ रखता था, ताकि उसे टीटी या पुलिस पकड़ नहीं सके।