- शहर के वल्लभ नगर व रोशनपुरा चौराहे पर आईटीएमएस के तहत नई व्यवस्था शुरू
- भोपाल यातायात पुलिस ने 21 दिनों में ही काटे कुल 2970 चालान
- हाई सेंसेटिव उच्च गुणवत्ता के कैमरों की जद में आने के बाद चालान कटना तय
Bhopal Traffic News : राजधानी भोपाल में यातायात पुलिस के अब तीसरी आंख कमाऊ पूत बन गई है। सीसीटीवी कैमरों की बदौलत यातायात विभाग की 21 दिनों में ही कमाई डेढ़ लाख पहुंच गई। पुलिस ने आईटीएमएस सिस्टम के जरिए 16 जून से 6 जुलाई तक कुल 2970 चालान काटे। नई तकनीक की खास बात यह है कि इसमें जवानों को यातायात व्यवस्था व चालान काटने से मुक्ति मिल गई। राजधानी के डीसीपी यातायात हंसराज सिंह ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के जरिए शहर के वल्लभ नगर व रोशनपुरा चौराहे पर आईटीएमएस के तहत नई व्यवस्था शुरू की गई थी।
यहां पर लगे कैमरों के जरिए ही रेड लाइट जंपिंग, स्टॉप लाइन उल्लंघन, तीन सवारी व बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चालकों की निगरानी की जा रही थी। उन्होंने बताया कि दोनों चौराहों पर नई व्यवस्था आरंभ होने के बाद यातायात पुलिस के जवानों को गत 16 जून को हटा दिया गया था। जिसके तहत यातायात कार्मिकों की ओर से ट्रेफिक रूल ब्रेक करने वालों के चालान बनाने बंद कर दिए गए थे।
तीसरी आंख में धूल झोंकना नामुमकिन
डीसीपी के मुताबिक इससे पहले 21 दिनों में यहां पर एवरेज साढ़े 500 चालान काटे जाते थे। परंतु नए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लागू होने के बाद इस इलाके में 2970 लोगों के विभिन्न मामलों को लेकर चालान बनाए गए हैं। राजधानी के डीसीपी ट्रेफिक हंसराज सिंह ने बताया कि नया सिस्टम लागू होने के बाद अब यातायात नियमों को तोड़ने वाले वाहन चालकों का तीसरी आंख यानी की सीसीटीवी कैमरों की नजरों से बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होगा। उन्होंने बताया कि आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत लगे कैमरों से रेड लाइट जंपिंग, जेब्रा स्टॉप लाइन क्रॉस करने, 3 सवारी व बिना हेलमेट के दुपहिया वाहन चलाने वालों पर नजर रखी जा रही है। पहले इन दो चौराहों पर करीब 8 से 10 यातायात कर्मी तैनात किए जाते थे। ऐसे में वाहनों की चैकिंग कम ही हो पाती थी। इसी बात का फायदा अन्य ट्रेफिक रूल तोड़ने वालों का मिलता था। अब नई तकनीक के तहत लगे हाई सेंसेटिव उच्च गुणवत्ता के कैमरों की जद में आने के बाद चालान कटना तय है।
1 लाख 52 हजार वसूले
डीसीपी के मुताबिक इन चौराहों से बड़ी संख्या में प्रतिदिन सरकारी कार्मिक गुजरते हैं। जिसमें विंध्याचल भवन सहित सतपुड़ा भवन, वल्लभ भवन व पुलिस मुख्यालय जाने वाले कर्मचारियों के वाहन निकलते हैं। पहले महीने भर में महज 500 से अधिक लोगों का विभिन्न ट्रेफिक नियम तोड़ने पर चालान काटा जाता था। उन्होंने बताया कि एमवी एक्ट के तहत की गई कार्रवाई में सबसे अधिक चालान बिना हेलमेट वालों के काटे गए। दूसरे नंबर पर बिना सीट बैल्ट वालों के काटे गए। कुल 2970 चालान में 1 लाख 52 हजार रूपए वसूले गए।