- राजधानी में दिनभर चला पॉलिटिकल ड्रामा, सियासी हलके में खासा चर्चा का विषय बना
- महापौर की कुर्सी के लिए 3 नाम वापिस लेने के बाद अब 8 के बीच मुकाबला
- कांग्रेस से विभा पटेल व बीजेपी से मालती राय मैदान में हैं
Bhopal Politics Update: मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव 2022 को लेकर राजधानी भोपाल में नाम वापसी के दौरान सियासी संग्राम देखा गया। दरअसल, मेयर व पार्षदों के नामांकन वापिस लेने के दौरान दिनभर चले सियासी ड्रामे के दौरान कई नेताओं के बीच गर्मागर्मी हुई तो कई धरने पर बैठ गए। इतना ही नहीं कई प्रत्याशियों ने तो बड़े नेताओं से खुद को जान का खतरा भी बता दिया।
राजधानी में चले इस पॉलिटिकल ड्रामे की खासी चर्चा भी रही। दरअसल शहर के वार्ड 41 से प्रत्याशी शेख सलीम व उनकी पुत्रवधु नाजिया कलक्ट्रेट परिसर में खुद को जान का खतरा बताकर धरने पर बैठ गए व प्रशासन से सुरक्षा की मांग की। इसके पीछे की वजह ये थी कि शेख सलीम व कांग्रेस नेता मोहम्मद फहीद के बीच नामांकन को लेकर विवाद हो गया था। दोनों के बीच नाराजगी इस कदर बढ़ी की बात एक-दूसरे का गिरेबान पकड़ने से लेकर गाली गलौज तक पहुंच गई।
शेख सलीम को पुलिस सुरक्षा में भेजा घर
मामले के तूल पकड़ने के बाद शेख सलीम को पुलिस सुरक्षा में घर भेजा गया। इधर, कांग्रेस के बागी को मनाने पहुंचे एमएलए पीसी शर्मा के साथ आए कार्यकर्ता ने प्रत्याशी को तमाचा जड़ दिया। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। बाद में समझाइश कर मामला शांत किया गया। वहीं आम आदमी पार्टी के नेताओं पर रुपए लेकर टिकट बांटने के आरोप लगे। शहर के वार्ड 53 से दावेदार सुनील अहिरवाल ने आप के भोपाल प्रभारी रघु राजन पर कथित तौर पर आरोप लगया कि कार्यकर्ताओं को भरोसे में रखा व टिकट रुपए लेकर किसी और को दे दी।
अब महापौर की कुर्सी के लिए 8 प्रत्याशी मैदान में
मेयर व पार्षद उम्मीदवारों के नाम वापिस लेने के बाद भोपाल में नगरीय निकाय चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है। नगर निगम में महापौर की कुर्सी के लिए 3 नाम वापिस लेने के बाद अब आठ जनों के बीच मुकाबला होगा। अगर दोनों प्रमुख पार्टियों की बात करें तो कांग्रेस से विभा पटेल और बीजेपी से मालती राय मैदान में हैं। वहीं बसपा से प्रिया मकवाना, जय लोक पार्टी से संगीता प्रजापति, जनता दल संयुक्त से मंजू यादव, निर्दलीय के तौर पर सीमानाथ, रइसा बेगम व लेखा जायसवाल किस्मत आजमा रहे हैं। यहां आपको बता देें कि आप की प्रत्याशी रानी विश्वकर्मा ने मेयर पद के लिए अपना नामांकन वापिस ले लिया था। इससे पहले मेयर पद के लिए 18 जून को कुल 12 नामांकन दाखिल किए गए थे।