- इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने कुख्यात विकास दुबे को दुबेजी कहा
- मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्रधानमंत्री, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को समाज के लिए कलंक बताया
भोपाल: मध्य प्रदेश में दो अलग-अलग स्थानों पर शिवराज सिंह चौहान के मंत्री तुलसीराम सिलावट और इंदौर के सांसद शंकर लालवानी की जुबान फिसल गई। सिलावट ने जहां प्रधानमंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लेकर टिप्पणी कर डाली तो सांसद ने कुख्यात विकास दुबे को दुबेजी कहा। उत्तर प्रदेश के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तार किए जाने के बाद जब पुलिस कानपुर ले जा रही थी, तभी कार सड़क किनारे पलट गई और विकास ने भागने की कोशिश की। तभी मुठभेड़ में शुरू हो गया, जिसमें विकास मारा गया। जब इस मसले को लेकर राज्य के मंत्री तुलसी राम सिलावट से सवाल किया गया तो उनकी जुबान फिसल गई।
कांग्रेस प्रवक्ता सैयद जाफर ने तुलसी राम सिलावट के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए कहा, भाजपा के सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट देखिए क्या बोल रहे हैं प्रधानमंत्री, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए.! बिकाऊ लाल कितना भी झूठ बोले, पर सच्चाई जुबान पर आ ही जाती है। जाफर द्वारा अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किए गए इस वीडियो में सिलावट कथित रूप से प्रधानमंत्री, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को समाज के लिए कलंक बता रहे हैं।
इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर सिलावट ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा, विकास दुबे के खिलाफ की गई कार्रवाई पर मेरे द्वारा प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया गया था, मगर सोशल मीडिया पर कांग्रेस द्वारा गलत तरीके से तोड़मरोड़ कर मेरे इस बयान को प्रस्तुत किया जा रहा है, इसकी निंदा करता हूं और कांग्रेस के खिलाफ इन पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करूंगा।
वहीं, इंदौर के ही सांसद शंकर लालवानी से विकास दुबे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, कांग्रेस को सहानुभूति हो सकती है, देश में किसी और से बात करोगे तो दुबेजी के बारे में कोई सहानुभूति नहीं हो सकती। संतोष दुबे के बारे में। सांसद विकास का नाम ही भूल गए।
इसको लेकर लालवानी से आईएएनएस ने संपर्क किया तो उन्होंने कहा, विकास एक अपराधी था और उसने जो कृत्य किया था, उसकी जितनी निंदा की जाए कम है। मैंने दुबेजी विकास के लिए नहीं बोला था, बल्कि पार्टी के एक कार्यकर्ता के लिए दुबेजी बोला था।