- पशु चराने गए 3 बच्चे पानी भरे गड्ढे में डूब गए
- प्रदेश के आयुष मंत्री ने शोक जता मुआवजा दिलाने की बात कही
- ग्रामीणों की मांग है कि अवैध रेती खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो
MP 3 Kids Drown: मध्यप्रदेश के बालाघाट जनपद के लामता थाना क्षेत्र के गांव मोरिया में मवेशी चराने गए तीन बच्चों की पानी भरे गड्ढे में डूबने के कारण मौत हो गई। दरअसल हादसा रेती खनन करने के बाद बने गहरे गड्ढे में बारिश का पानी भरा होने के कारण हुआ। गड्ढे की गहराई का अपने पशु चरा रहे बच्चों को अंदाजा नहीं था। हादसे की जानकारी के बाद गांव में कोहराम मच गया। गांव के लोग सदमे में हैं। मृतक बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।इधर घटना की सूचना मिलने पर लामता थाने की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। हादसे के बारे में जानकारी जुटाई।
एसएचओ अरुण मर्सकोले के मुताबिक तीनों मासूमों का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिए। मामले को लेकर जांच की जा रही है। पुलिस ने थाने में मर्ग दर्ज की है। ग्रामीणों के मुताबिक इलाके में अवैध रेती खनन के चलते कई फीट गहरा तालाब बन गया था। अब इसकी भेंट गांव के तीन मासूम चढ़ गए। मृतकों में 15 वर्षीय धनेश, 12 वर्षीय सूर्यम व डेविन है। इधर हादसे को लेकर ग्रामीणों का आरोप है कि रेती के अवैध खनन के चलते तीन बच्चों की मौत हुई है। गांव के लोगों की मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
आयुष मंत्री ने जताया शोक
प्रदेश में तीन बच्चों की अवैध खनन से बने गड्ढे में डूबने से हुई मौत के मामले में शिवराज सरकार के आयुष मंत्री रामकिशोर शोक जताया है। मंत्री के मुताबिक पीड़ित परिवारों को सरकार की ओर से सहायता राशि दिलवाई जाएगी। घटना की जानकारी मिलने पर इलाके के एमएलए मधु भगत गांव पहुंचे। एमएलए ने कहा कि परिजनों को न्याय दिलाया जाएगा। अवैध खनन करने के दोषियों पर कार्रवाई करवाई जाएगी। गौरतलब है कि बीते सप्ताह में सिंगरौली में डूबने से हुई 6 लोगों की मौत के बाद प्रदेश में ये दूसरा बड़ा हादसा हुआ है। जिस पर खुद सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट कर शोक जताया था।