- मंदसौर जनपद के गांव अलावदा खेड़ी में डेढ महीने से तेंदुए का आतंक
- तेंदुआ लोगों के पालतु मवेशियों व बेसहारा कुत्तों पर कर रहा है हमला
- गांव व आसपास इलाके के लोग डर के साए में जी रहे हैं
MP Leopard Movement: मध्य प्रदेश के एक गांव में गत डेढ महीने से तेंदुए का आतंक है। ग्रामीण खौफ के साए में जी रहे हैं। तेंदुए ने गांव के आसपास के इलाके में अब तक कई पशुओं को अपना निवाला बना चुका है। दरअसल तेंदुए के खौफ का ये मामला प्रदेश के मंदसौर जनपद से महज 3 किमी की दूरी पर बसे गांव अलावदा खेड़ी का है। आपको बता दें कि, शिवना नदी के एक छोर पर स्थित इस गांव में एक आदमखोर तेंदुआ रात्रि को गांव में आकर लोगों के पालतु मवेशियों व बेसहारा कुत्तों पर हमला कर मार रहा है।
इसे लेकर ग्रामीणों का कथित तौर पर आरोप है कि, वन विभाग को कई बार जानकारी देने के बाद अभी तक तेंदुए के आतंक से निजात नहीं मिली है। जिसके चलते गांव व आसपास इलाके के लोगों में दहशत फैली है। लोग डर के साए में जी रहे हैं।
सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज
अलावदा खेड़ी के ग्रामीणों के मुताबिक लेपर्ड आदमखोर हो चुका है। रात को गांव में आकर तबेलों में बंधी गाय व भैंसों को अपना शिकार बना रहा है। पशुओं की निगरानी के लिए तबेलों के पास बांधे गए कुत्तों को पर हमला कर उन्हें मार रहा है। ग्रामीणों का कथित तौर पर आरोप है कि, वन विभाग को शिकायत करने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। महकमे के जिम्मेदार अभी तक नहीं चेते हैं। शायद उन्हें किसी बड़ी घटना का इंतजार है। यही वजह है कि, गांव में तेंदुए को पकड़ने के लिए विभाग ने महज एक खाली पिंजरा लगा अपनी जिम्मेदारी पूरी की है। ग्रामीणों के मुताबिक सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज करवा दी गई है। मगर अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।
रोजमर्रा का जीवन प्रभावित
तेंदुए के खौफ से गांव का आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। ग्रामीणों के मुताबिक बच्चे डर के मारे स्कूल नहीं जा रहे हैं। वहीं खेतों में खड़ी फसलें सूख कर रही है। तेंदुए के आतंक के चलते किसानों खेतों में जाने से कतरा रहे हैं। मजदूर भी काम पर नहीं जा रहे हैं। इधर, मंदसौर डीएम के मुताबिक जिला वन अधिकारी से जानकारी लेकर जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे।