- शिवराज कैबिनेट की चिंतन बैठक में बड़ा फैसला
- मध्य प्रदेश में फिर शुरू होगी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना
- अप्रैल महीने से फिर शुरू करने की तैयारी
Bhopal News: मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में शिवराज कैबिनेट की चिंतन बैठक चल रही है। इस बैठक में तीर्थदर्शन योजना को अप्रैल से फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया है। इतना ही नहीं शिवराज सरकार कुछ तीर्थ स्थलों को वायु मार्ग से भेजने पर विचार करेगी। इस संबंध में भी नया सुझाव आया है। इसे सभी संभावनाओं पर विचार कर जल्द अंतिम रूप दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। शिवराज कैबिनेट की चिंतन बैठक में प्रजेंटेशन के दौरान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा,चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग, वनमंत्री विजय शाह, यशोधरा राजे, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, राजवर्धन सिंह, तुलसी सिलावट, कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्रमुख सुझाव सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने रखे। पहला प्रजेंटेशन मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को फिर शुरू करने रखा गया।
गौरतलब है कि अप्रैल महीने में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना फिर शुरू होगी। अगले महीने 2-3 ट्रेन भेजने का फैसला लिया गया है। इसके तहत गंगा स्नान, काशी कारीडोर, संत रविदास और कबीरदास के स्थलों के दर्शन के साथ शुरू यह योजना शुरू होगी। वहीं इस तीर्थ दर्शन यात्रा में मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्री भी ट्रेन में तीर्थ यात्रियों के साथ जाएंगे। बोगी में स्पीकर सिस्टम के माध्यम से तीर्थ स्थलों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। तीर्थ दर्शन यात्रा के कुछ स्थलों को हवाई तीर्थ दर्शन यात्रा से भी जोड़ा जाएगा।
तीर्थ यात्रा पर भेजने की योजना बनाना चाहिए
सीएम शिवराज ने कहा कि तीर्थ दर्शन यात्रा की शुरुआत मध्यप्रदेश से हुई थी। यह मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। मध्यप्रदेश की इस योजना का अन्य राज्यों द्वारा अनुसरण किया गया। प्रजेंटेशन के बीच मुख्यमंत्री ने योजना शुरू करने की बात सुनाते हुए कहा कि एक सभा में एक बुजुर्ग ने कहा कि शिवराज शासन की कई योजनाओं का लाभ तो मिल जाता है बस इस उम्र एक बार चार धाम की यात्रा का प्रबंध कर दो। बुजुर्ग के इस अनुरोध के बाद विचार आया कि सरकार को प्रदेश के बुजुर्गो को तीर्थ यात्रा पर भेजने की योजना बनाना चाहिए और विचार विमर्श कर तीर्थ दर्शन यात्रा का सृजन किया गया।
चिंतन मंथन से निकलेगा अमृत
मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया कि पचमढ़ी में आयोजित चिंतन बैठक से पहले आज कैबिनेट मंत्रियों ने पौधरोपण किया। मैंने गुलमोहर का पौधा रोपित किया। यह पौधे प्रकृति का सौंदर्य ही नहीं बढ़ाएंगे, बल्कि चिंतन बैठक की अनमोल स्मृतियों को संजोकर सदैव ताजा बनाए रखेंगे। हमने तय किया कि पचमढ़ी के प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बैठकर बिना किसी आडंबर के हम गंभीर चिंतन करेंगे, कल शाम तक यह चिंतन चलेगा। निश्चित तौर पर इस चिंतन मंथन से जो अमृत निकलेगा, उसको हम जनता के बीच बाटेंगे, जनता के कल्याण के लिए, प्रदेश के विकास के लिए इसका उपयोग करेंगे।