- भोपाल के बैरागढ़ कलां में 12 साल के बच्चे ने दी जान
- दोनों बड़े भाइयों ने फंदे से उताकर बच्चे को पहुंचाया अस्पताल
- घटना के वक्त घर में तीनों भाई ही थे मौजूद
Suicide in Bhopal: जिले के बैरागढ़ कलां में छठी क्लास के छात्र ने अपने कमरे में फंदे से झूलकर जान दे दी। घटना के कारण का पता नहीं चला है। घर पर मौजूद बच्चे के दोनों बड़े भाइयों ने उसे फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। टीआई संध्या मिश्रा का कहना है कि, बैरागढ़ कला निवासी नीरज पारदी मजदूर हैं। वह पत्नी और बेटे धीरज, रोहन और सोहन के साथ रहते हैं। 12 साल के सोहन ने आत्महत्या कर ली।
बड़ा भाई मछली पका रहा था
बताया जा रहा है कि, सोहन का बड़ा भाई रोहन मछली पका रहा था। एक भाई धीरज मोबाइल पर गेम खेल रहा था। रविवार की शाम साढ़े चार बजे रोहन ने सोहन को आवाज दी। सोहन की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने पर वह ऊपर वाले कमरे में गया। देखा कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है। चम्मच की मदद से उसने दरवाजे की कुंडी खोली तो देखा कि सोहन फंदे से झूल रहा है। फिर रोहन ने धीरज की मदद से सोहन को फंदे से उतारा और अस्पताल पहुंचाया।
दहेज में स्कूटर मांग रहे थे, महिला ने दे दी जान
दूसरी ओर भोपाल जिले के बागसेवनिया इलाके में 25 जून को दहेज प्रताड़ना से परेशान एक महिला ने अपनी जान दे दी थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। महिला की चार महीने पहले ही शादी हुई थी। शादी के बाद से ससुराल वाले लगातार दहेज का दबाव बना रहे थे। दहेज में स्कूटर की मांग की जा रही थी। 33 साल की मीनू नेहारे की मौत पर पुलिस ने पति के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया था। मीनू की शादी नागपुर के राजकुमार नेहारे से हुई थी।
सुसाइड नोट में पति पर प्रताड़ना का लगाया था आरोप
मीनू ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था। इसमें उसने जिक्र किया था कि उसका पति दहेज के लिए उसे प्रताड़ित कर रहा है। पुलिस की जांच में सामने आया कि, आरोपी सच में स्कूटर के लिए मीनू पर दबाव डाल रहा था। मीनू ने मां और भाई को भी बताया कि, स्कूटर की मांग मायके में नहीं करने पर उसका पति से उसे बुरी तरह मारता-पीटता है।