- आरोपी ने देवी से की मन्नत को पूरा करने के लिए चढ़ाई युवक की बलि
- तीन बेटियों के जन्म से नाखुश थी आरोपी रामलाल
- पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूला अपना जुर्म
Madhya Pradesh Human Sacrifice Crime: अंधविश्वास अपनी हदों को पार कर जाए तो कई बार वह खौफनाक जुर्म में बदल जाता है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के रीवा से सामने आया है। जहां एक व्यक्ति ने तीन बेटियों के बाद एक बेटे का जन्म होने पर देवी को खुश करने के लिए गांव के एक युवक की ही बलि चढ़ा दी। इस घटना के बाद से ही आसपास के इलाके के लोग दहशत में हैं। इंसान की बलि देने का यह दिल दहला देने वाला मामला रीवा जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र का है।
दरअसल एक सप्ताह पूर्व एक युवक का शव देवी मंदिर में मुंह के बल पड़ा हुआ मिला था। युवक का शव उसके धड़ से अलग हो रखा था। साथ ही शव के बगल में एक कुल्हाड़ी पड़ी हुई थी। प्रथम दृष्टया यह मामला नरबलि का ही लग रहा था।
गांव के मंदिर में मिला था युवक का शव
एक सप्ताह पहले यानी 6 जुलाई को बैकुंठपुर थाने के बेढ़ौआ गांव के देवी मंदिर में एक युवक का शव मिला था। युवक का गला रेत कर उसकी हत्या की गई थी। मामला जब गांव के लोगों तक पहुंचा तो युवक की पहचान क्योंटी निवासी दिव्यांश कोल के तौर पर हुई। पुलिस को अपनी तफ्तीश में पता चला कि दिव्यांश को आखिरी बार गांव के रामलाल प्रजापति के साथ देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर रामलाल प्रजापति को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ।
पुत्र प्राप्ति पर मन्नत के लिए दी नर बलि
बैकुंठपुर पुलिस ने एक युवक की सनसनीखेज हत्या के मामले का खुलासा किया। मामले में गांव के ही रामलाल प्रजापति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी रामलाल प्रजापति ने पूरी घटना का खुलासा किया। आरोपी ने बताया कि वह तीन बेटियों के जन्म से काफी नाखुश था, जिसके बाद उसने पुत्र प्राप्ति के लिए देवी माता से मन्नत मांगी थी कि, अगर उसके घर बेटे का जन्म हुआ तो वह नरबलि चढ़ाएगा। उसके घर में जैसे ही बेटे का जन्म हुआ, उसने अपनी मन्नत को पूरा करने के लिए गांव के ही युवक की गला रेत कर हत्या कर दी और युवक के शव को देवी के चरणों में डालकर फरार हो गया।
बलि के लिए आरोपी को थी किसी युवक की तलाश
पूछताछ में हत्यारोपी रामलाल प्रजापति ने इस बात का खुलासा किया कि उसकी मन्नत पूरी होने के बाद उसे एक युवक की तलाश थी। इसी दौरान आरोपी को दिव्यांश बकरियां चराते हुए मिल गया। मौके का फायदा उठाकर वह दिव्यांश को देवी के मंदिर ले आया और कुल्हाड़ी से उसका गला काटकर उसकी बलि दे दी। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया। ऐसी जानकारी मिली है कि आरोपी गांव में तंत्र-मंत्र और झाड़-फूंक जैसे काम किया करता था।