- मंडल में साल के अंत तक वंदे भारत ट्रेन चलाने की भी तैयारी
- रेलवे के आधुनिकतम वेप-7 एसी इलेक्ट्रिक इंजन से किया गया ट्रायल
- इस इंजन को अधिकतम 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा सकता है
Indian Railway: भोपाल रेल मंडल के बीना से इटारसी के बीच अब ट्रेनें 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। इससे यात्रियों का आधे घंटे का समय बचेगा। वहीं, भोपाल से बीना के बीच सफर में 20 मिनट और भोपाल से इटारसी तक सफर में 15 मिनट समय की बचत होगी। बता दें रेलवे द्वारा अप्रैल से 10 जुलाई तक बीना से भोपाल और भोपाल से इटारसी के बीच ट्रेनों का 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल किया गया है।
यह ट्रायल रेलवे के आधुनिकतम वेप-7 एसी इलेक्ट्रिक इंजन से किया गया। इसकी अधिकतम स्पीड 220 किलोमीटर प्रति घंटे की है। भोपाल के अतिरिक्त कोटा रेल मंडल के दो सेक्शन में इस तरह का ट्रायल कामयाब रहा है। पश्चिम-मध्य रेल जोन के प्रवक्ता राहुल जयपुरियार ने बताया कि यात्री समय को कम करने और जल्द से जल्द यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए हाई स्पीड ट्रायल में पश्चिम-मध्य रेल जोन अव्वल रहा है।
मंडल के दो सेक्शन में 180 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार का हुआ ट्रायल
रेल अधिकारी के मुताबिक साल के अंत तक वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना है। इस मंडल के दो सेक्शन में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार का ट्रायल किया गया है। हाई स्पीड से ट्रेन चलने पर नई दिल्ली-भोपाल के बीच 55 मिनट और कम स्टॉपेज वाली ट्रेन का सवा घंटे समय बचेगा। अभी इस रूट के अधिकतर सेक्शन में ट्रेनों को 130 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया जा रहा है।
चार सेक्शन में किया गया ट्रायल
जोन के भोपाल और कोटा मंडल पर हाई स्पीड ग्राफ ट्रायल रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) के माध्यम से हुआ है। इसके लिए इटारसी-भोपाल एवं भोपाल-बीना सेक्शन के साथ कोटा के कोटा-नागदा और कोटा-मथुरा सेक्शन को शामिल गया है। रेल अधिकारियों के मुताबिक पिछले 10 साल में ट्रेनों की गति को 90 से 110 और फिर 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचाया जा सका। अब इंप्रूव किए जा रहे इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रैक रिप्लेसमेंट के जरिए हुए मेंटेनेंस से ट्रेनों की गति बढ़ाई गई है।