भोपाल : मध्य प्रदेश में शराबबंदी के लिए अभियान शुरू कर चुकी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक शराब दुकान पर पत्थरबाजी किए जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखी है, इस चिट्ठी में सफाई है, जिसमें उन्होंने साफ किया है कि रोती हुई महिलाओं के सम्मान की रक्षा में शराब की बोतलों पर पत्थर मारा। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रविवार को राजधानी के बरखेड़ा पठानी के आजाद नगर पर आम लोगों और महिलाओं के साथ शराब दुकान पर जा पहुंची और वहां पत्थर से शराब की बोतलों को फोड़ दिया।
उमा भारती के इस कदम पर कांग्रेस हमलावर है तो भाजपा रक्षात्मक
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के इस कदम पर कांग्रेस हमलावर है तो भाजपा रक्षात्मक स्थिति में। मामले ने तूल पकड़ लिया है, शराब की बोतल पर पत्थर मारने के एक दिन बाद ही उमा भारती ने मुख्यमंत्री चौहान को चिट्ठी लिखी है। उमा भारती द्वारा शराब की दुकान में पत्थर मारने की घटना के एक दिन बाद ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि डेढ़ साल पहले शराबबंदी के संबंध में आपसे चर्चा हुई और पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा से भी कई बार बात की, आप दोनों परम सतोगुण व्यक्ति हैं स्वाभाविक है कि आप दोनों का उत्तर सकारात्मक ही होना था।
तीन साल से इन शराब की दुकानों को बंद कराने के लिए धरना प्रदर्शन कर रही हैं महिलाएं
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बीते रोज बरखेड़ा पठानी के आजाद नगर में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि शराब की दुकान और अहाता देखने के लिए गईं तो वहां महिलाओं से जानकारी मिली कि यह मजदूरों की बस्ती है, यहां मंदिर हैं, स्कूल है, वह तीन साल से इन शराब की दुकानों को बंद कराने के लिए धरना प्रदर्शन कर रही हैं। प्रशासन आश्वासन भी दे रहा है लेकिन यह दुकान बंद नहीं हुई। मैं उस दुकान से यह कहते हुए वापस मुड़ी कि शासन से संबंध में बात करूंगी।
रोती हुई महिलाओं के सम्मान की रक्षा में शराब की बोतलों पर पत्थर मारा
उमा भारती ने आगे लिखा है कि निषिद्ध एवं वर्जित स्थानों पर शराब की दुकान है और अहाते हैं वह तो शासन को तुरंत बंद कर देना चाहिए। जागरूकता अभियान तो शराबियों की एवं नशेड़ी ओ की जिंदगी बचाने के लिए होगा। मैं एक महिला हूं और रोती हुई महिलाओं के सम्मान की रक्षा में मैंने पूरी ताकत से एक पत्थर शराब की बोतलों में मारा है, क्योंकि वह दुकानें नियम विरुद्ध जगहों पर थीं, पत्थर जो मैंने मारा है वह प्रदेश की स्त्री और बच्चियों के सम्मान के लिए है।