- आरोपी महिला के पति के खेत में काम करने वाले शख्स से अवैध संबंध थे
- पति को रास्ते से हटाने की तरकीब निकाली
- दोनों आरोपियों ने उसे जिंदा नहर में फेंक दिया
Bhopal Murder Mystery: मध्यप्रदेश के मुरैना में एक शख्स की हत्या का मामला सामने आया है। अपने पति की हत्या कर 80 वर्षीय अंधी मां की बूढ़ी आंखों में 22 माह से धूल झोंक रही थी हत्यारी बहु। कहा बेटा कहीं और काम कर रहा है। आरोपी महिला ने प्रेमी से मोबाइल पर बहन की बात करवाई तो घटना का राज खुला। बहन ने कहा ये मेरे भाई की आवाज नहीं है। घटना एमपी के सिंहोनियां इलाके के गांव छत्त का पुरा की है। दरअसल मुरैना में एक बेरहम पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर 22 महिने पहले अपना ही सुहाग उजाड़ दिया था।
आरोपी महिला ने मर्डर बिलकुल पेशेवर तरीके से किया कि उसे पुलिस के लिए भी पकड़ पाना कठिन था। पुलिस ने बताया कि, आरोपी ने अपने पति को स्लीपिंग पिल्स खिलाकर उसके सारे कपड़े उतार दिए। इसके बाद उसका मोबाइल छीनकर जीवित ही नहर में फेंक दिया। पुलिस को नहर में सड़ी - गली लाश मिली तो उसे लावारिस समझ अंतिम संस्कार कर दिया था। पुलिस के मुताबिक अपनी मांग का सिंदूर मिटाने के बाद आरोपी महिला बूढ़ी मां को यह कहकर धोखा देती रही कि, उसका बेटा गुजरात में काम कर रहा है। उसका काम भी अच्छा चल रहा है। पुलिस के मुताबिक इस बीच अरोपी महिला अपने प्रेमी से फोन पर सास की बात करवाती रही। मामले का राज बहन के कारण खुला और दोनों आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए।
बहन बोली ये मेरे भाई की आवाज नहीं
सिंहौनिया पुलिस के मुताबिक वंदना नामक महिला थाने अपनी मां के साथ आई और अपने भाई विश्वनाथ की गुमशुदगी दर्ज करवाई। इसके बाद महिला ने अपने भाई के बारे में पूरी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि इसके बाद विश्वनाथ की पत्नी को थाने बुलाकर पूछताछ की गई। मौके पर ही उसकी पत्नी को अपने पति से बात करवाने के लिए कहा गया। इसके बाद आरोपी ने एक नंबर पर कॉल लगाई। पुलिस ने बात की तो महिला का प्रेमी अरविंद घबरा गया व कॉल कट कर दी। इसके बाद पुलिस ने जांच की तो दोनों की खौफनाक करतूत सामने आ गई। दरअसल हुआ यूं कि, पोरसा कस्बे में रहने वाली वंदना ने अपनी भाभी से कहा कि, उससे बात किए हुए काफी समय हो गया। बात करने के लिए उसका नंबर मांगा। इसके बाद वंदना से जब भाई को कॉल लगाकर बात की तो उसे शंका हुई। उसने भाभी से कहा कि, ये मेरे भाई की आवाज नहीं है। इस पर आरोपी महिला कोई जवाब नहीं दे पाई। बाद में वंदना पीहर आई व मां के साथ थाने पहुंची।
पति की हत्या की कहानी, पत्नी की जुबानी
एसएचओ पवन सिंह भदौरिया ने बताया कि, गांव छत्त का पुर निवासी विश्वनाथ सखवार की पत्नी के उसी के खेत में हिस्सेदारी में काम करने वाले अरविंद से अवैध संबंध हो गए थे। पति की गैर मौजूदगी में वो उसके घर आता - जाता था। विश्वनाथ की मां की उम्र अधिक होने के चलते उसको कम सुनाई व दिखाई देता था। खेत में काम की हिस्सेदारी थी तो गांव में कोई उस पर शक भी नहीं करता था। बटाईदार होने की वजह से किसी को उस पर शक भी नहीं होता था। प्यार परवान चढ़ा तो दोनों को विश्वनाथ खटकने लगा। एसएचओ के मुताबिक आरोपी महिला ने बताया कि, इसके बाद दोनों ने एक साथ रहने के लिए मृतक को रास्ते से हटाने की तरकीब निकाली। शातिर महिला अपने पति को सामान खरीदने के बहाने से बाजार ले गई। इसके बाद उसे धोखे से नींद की गोलियां खिलाकर 23 नवंबर 2020 को जिंदा नहर में फेंक दिया।
सिमकार्ड ने पहुंचाया सलाखों के पीछे
एसएचओ पवन सिंह के मुताबिक पति की हत्या के बाद आरोपी महिला अपने ससुराल से प्रेमी के साथ मुरैना आकर रहने लगी। इस बीच जब गांव जाती तो सास की अपने प्रेमी से बात करवा देती थी। इस तरह उसने 22 महिने तक अपना राज छुपाए रखा। दोनों आरोपियों ने उसे नहर में फेंकने से पहले उसके मोबाइल का सिमकार्ड निकाल लिया था। इसे वह विश्वनाथ बनकर बात करने के लिए इस्तेमाल करते थे। एसएचओ के मुताबिक मृतक विश्वनाथ की लाश 24 नवबंर को सिकरौदा हर में मिली थी। डेड बॉडी पूरी तरह डेमेज हो चुकी थी। शिनाख्त नहीं होने के चलते उसे लावारिस समझ कर अंतिम संस्कार कर दिया गया। एसएचओ के मुताबिक बहन की ओर से गुमशुदगी दर्ज करवाने के बाद साइबर सेल की मदद से जांच की तो पता चला कि, एक ही मोबाइल से दो सिमकार्ड यूज किए जा रहे हैं। इसके बाद दोनों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जूर्म कबूल कर लिया। अब पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच में जुटी है।