महंगाई की मार से आजकल पूरा देश परेशान है और महंगाई की मार हर तरफ दिख रही है। पेट्रोल-डीजल की कीमत से लेकर खाने-पीने की चीजें तक, इससे लोग चौतरफा परेशान हैं। इसी बीच भोपाल में युथ कांग्रेस के छात्रों ने महंगाई को लेकर शिवराज सरकार से सवाल पूछने की कोशिश की तो, वाटर कैनन से चुप कराने की कोशिश की गई। ये रिपोर्ट देखिए।
महंगाई है कि जीने नहीं देती और इसके खिलाफ बोलो तो पुलिस बोलने नहीं देती। इसका ताजा उदाहरण मध्य प्रदेश से सामने आया है। भोपाल में युवा कांग्रेस ने हल्लाबोल युवा शंखनाद नाम से प्रदर्शन शुरू किया, तो पहले बैरिकेट्स लगाए गए। फिर पुलिस वाले सामने आए। फिर भी प्रदर्शन नहीं रुका। महंगाई-बेरोजगारी के खिलाफ आवाज धीमी नहीं हुई तो पानी की तेज धार से प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की गई। बात सिर्फ महंगाई भर की नहीं थी। युवा कांग्रेस बेरोजगारी, किसानों और आदिवासियों की हालत को लेकर भी मध्य प्रदेश की सरकार से सवाल पूछ रही है। इन्हीं सारे मुद्दों को लेकर युथ कांग्रेस के छात्र भोपाल में सीएम हाउस को भी घेरना चाह रहे थे। लेकिन उससे पहले ही सड़क पर कोहराम मच गया। घंटों तक ये सब चलता रहा।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की कई मांग है, जिसमें नौकरी, पढ़ाई और सैनिकों से जुड़े कई मसले हैं। कोरोना काल में नियुक्त डॉक्टरों की फिर से बहाली हो। विद्यार्थियों को फिर से स्कॉलरशिप मिले। अर्धसैनिक बलों की भर्ती तत्काल शुरू हो।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी लगातार शिवराज सिंह सरकार को घेरने की कोशिश में है। लेकिन पुलिस इस आवाज़ को दबाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। भोपाल में युथ कांग्रेस का प्रदर्शन जरूर खत्म हुआ है। लेकिन शिवराज सरकार के सामने संकट अभी भी बरकरार है।