- दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि आरएसएस संचालित स्कूलों में नफरत के बीज बोए जाते हैं
- उन्होंने एक बार फिर इसे लेकर आरएसएस पर निशाना साधा और कहा कि वह बयान पर कायम हैं
- कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को लेकर कुछ नहीं कहना है
भोपाल : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर पर विचारधारा को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वह अपने उस बयान पर कायम हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरस्वती शिशु मंदिर में बचपन से ही नफरत के बीज बोए जाते हैं और बच्चों के दिल और दिमाग में दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत का बीज बोया जाता है, जो धीरे-धीरे सांप्रदायिक कटुता का माहौल तैयार करता है और अंतत: धार्मिक उन्माद बढ़ाता है।
कांग्रेस नेता ने क्या कहा?
दिग्विजय सिंह ने 25 सितंबर को भोपाल के नीलम पार्क में एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान यह बयान दिया था, जिस पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता को मदरसों के बारे में बोलना चाहिए, जहां मानवता को कुचलते हुए आतंकवाद को पैदा किया जाता है। इस मामले पर विवाद के बीच दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को एक बार फिर आरएसएस संचालित सरस्वती शिश मंदिर पर विचारधारा को लेकर निशाना साधा और कहा कि इसे लेकर वह अपने पुराने पर कायम हैं।
कांग्रेस नेता ने हालांकि इस मसले पर बढ़ते विवाद के बीच इतना जरूर कहा कि उन्हें बच्चों से कोई शिकायत नहीं है। दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मेरा जो बयान है, वह उन लोगों को लेकर है, जो ऐसी विचाराधार पनपाते हैं। जो छात्र उनमें पढ़ते हैं, उनके बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है। लेकिन आप खुद देखेंगे... मेरे पास अनेक ऐसे वीडियो हैं, जिसमें पुराने आरएसएस के प्रचारक ही बात कर रहे हैं। इसलिए मैंने जो कुछ कहा है, तथ्यों के प्रमाण के आधार पर कहा है।'