- लॉकडाउन की वजह से मजदूरों की दुर्दशा हुई है
- लाखों मजदूर हजारों किलोमीटर दूर अपने गृह नगर पैदल ही निकल पड़े
- मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से घर पहुंचाया जा रहा है
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के इटारसी रेलवे स्टेशन का एक वीडियो सामने आया है। ये वीडियो परेशान करने वाला है, इस वीडियो को देखकर कहा जा सकता है कि मजदूरों पर कोरोना लॉकडाउन की मार कितनी तेज पड़ी है। दरअसल, इटारसी रेलवे स्टेशन पर जब ट्रेन आकर रुकती है तो उसमें यात्रा कर रहे यात्री प्लेटफॉर्म पर खाने के पैकेट देखकर उन पर टूट पड़ते हैं।
वीडियो में देखा जा सकता है कि मजदूरों की भीड़ प्लेटफॉर्म पर आकर उन पैकेट्स को लूटने लगती है। आपको बता दें कि खाने के ये पैकेट किसी सोशल वर्कर द्वारा मजदूरों को ही बांटे जाने थे, लेकिन जैसे ही श्रमिक स्पेशल ट्रेन आई तो मजदूरों का धैर्य जवाब दे गया और वे खाने के पैकेट देखकर उस पर झपट पड़े।
इसे देखकर यही कहा जा सकता है कि लॉकडाउन की मार सबसे ज्यादा मजदूरों पर ही पड़ी है। ना उनके पास काम बचा और ना रहने को घर। वे खाने तक के लिए मोहताज हो गए। लाखों मजदूर सड़कों पर पैदल ही घरों के ओर निकल पड़े हैं। उनकी ये स्थिति काफी दुखद है। इस तरह का ये वीडियो नहीं है। पहले भी इस तरह और भी वीडियो सामने आ चुके हैं।
लाखों प्रवासियों को घर पहुंचाया
23 मई को रेलवे ने बताया कि एक मई से अब तक 2,600 श्रमिक विशेष ट्रेन से 36 लाख प्रवासी कामगारों को उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाया है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने शनिवार को कहा कि रेलवे अगले 10 दिनों में और 36 लाख प्रवासी कामगारों को गंतव्य स्थल तक पहुंचाने के लिए 2,600 ट्रेन चलाएगा। श्रमिक विशेष ट्रेन मुख्यत: राज्यों के अनुरोध पर चलाई जा रही हैं जो लॉकडाउन के कारण फंसे प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्यों तक भेजना चाहते हैं। रेलवे इन ट्रेनों को चलाने के कुल व्यय का 85 फीसद व्यय खुद वहन कर रहा है जबकि शेष राशि राज्य दे रहे हैं।