- सोमवार से मदर डेयरी ने दिल्ली में फुल क्रीम दूध 1 रुपये प्रति लीटर महंगा किया।
- कंपनी ने टोकन दूध की कीमत में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है।
- मदर डेयरी की ओर से इस साल कीमतों में यह चौथी बढ़ोतरी है।
नई दिल्ली। महंगाई से जनता का हाल बुरा है। सोमवार से देश में दूध महंगा हो गया है। दूध की कीमत बढ़ते ही देश में अब मलाई, मक्खन, दही और दूध से बनने वाले अन्य प्रोडक्ट्स भी महंगे हो गए हैं। यह गरीब वर्ग के लोगों के लिए अच्छी खबर नहीं है। यह सिर्फ आज की ही बात नहीं है। बल्कि पिछले पांच सालों में डेयरी प्रोडक्ट्स काफी महंगे हो गए हैं। आइए जानते हैं पांच सालों में देश में दूध की कीमत कितनी बढ़ी है।
बढ़ गई है फुल क्रीम दूध की कीमत
साल 2017 में जहां मदर डेयरी का फुल क्रीम दूध 49 रुपये प्रति लीटर पर मिलता था, वहीं अब फुल क्रीम मिल्क (Full Cream Milk) के लिए लोग 64 रुपये चुका रहे हैं। यानी पांच सालों में इसकी कीमत में 15 रुपये का इजाफा हुआ है।
टोकन दूध भी हुआ इतना महंगा
साल 2017 में टोकन दूध (थोक में बिकने वाला दूध) की कीमत 36 रुपये थी, जो अब बढ़कर 50 रुपये का हो गया है। इसमें 14 रुपये का इजाफा हुआ है। उल्लेखनीय है कि सिर्फ दूध की कीमत बढ़ने से ही देश में काफी कुछ महंगा हो जाता है। इसका असर ना सिर्फ मक्खन और मलाई, बल्कि मिठाइयों पर भी पड़ेगा।
क्यों बढ़ी दूध की कीमत?
उल्लेखनीय है कि मदर डेयरी ने सोमवार को किसानों से कच्चे दूध की खरीद लागत में वृद्धि के लिए दूध की कीमत में वृद्धि की है। दरअसल डेयरी उद्योग दूध की डिमांड और सप्लाई में भारी अंतर से जूझ रहा है। इसके अलावा फीड और चारे की बढ़ती लागत और अनियमित मानसून की वजह से कच्चे दूध की उपलब्धता भी प्रभावित हुई है। इसकी वजह से कच्चे दूध की कीमत पर दबाव पड़ा और प्रसंस्कृत दूध की डिमांड बढ़ गई। इस संदर्भ में मदर डेयरी के प्रवक्ता ने कहा कि त्योहारों के मौसम के बाद भी डिमांड और सप्लाई में मौजूदा अंतर ने कच्चे दूध की कीमत में मजबूती का नेतृत्व किया है।
इससे पहले इस साल मार्च में, अगस्त में और अक्टूबर में भी दूध महंगा हुआ था। दिल्ली एनसीआर में मदर डेयरी दूध का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।