- चंडीगढ़ में पांच फीसदी बढ़ा कूड़ा कलेक्शन का बिल
- मार्च और अप्रैल माह के बिल में जुड़ कर मिल रहा बढ़ा हुआ रेट
- लोगों का आरोप बिल में बढ़ोत्तरी की निगम ने नहीं दी कोई जानकारी
चंडीगढ़ में अब कूड़ा कलेक्शन के लिए आपको अपनी जेब और ढीली करनी पड़ेगी। लोगों को इस बार के कूड़े बिल ही पांच प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाकर मिलेगा। कुछ लोगों को ये मिलने भी लगे हैं, जिसकी वजह से परेशान लोग अब बिल लेकर निगम के दफ्तर भी पहुंचने लगे हैं। वहां पर निगम कर्मचारियों ने जब अधिसूचना की कॉपी दिखाई तो पता चला कि, उन्हें हर साल कूड़ा देने के लिए शुल्क बढ़ाकर देना होगा।
दरअसल, नगर निगम ने 18 मार्च 2019 को एक अधिसूचना जारी की थी। इसमें व्यावसायिक, आवासीय, होटल, इंडस्ट्रीज, धर्मशालाओं के अलग-अलग शुल्क रखे गए थे। वहीं, गांवों में भी कूड़ा लेने के लिए शुल्क तय किया गया था। इस अधिसूचना में ही तय किया गया था, अब हर साल कूड़ा कलेक्शन में 5 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की जाएगी। हालांकि इस अधिसूचना के बाद कोरोना आ जाने से यह बढ़ोत्तरी नहीं की गई। तब से लेकर अब इसमें बढ़ोत्तरी शुरू हुई है।
पानी के बिलों को लेकर पहले से ही हो रहा बवाल
बता दें कि, चंडीगढ़ में बढ़े हुए पानी के बिलों को लेकर भी बवाल चल रहा है। विपक्ष भी इस मुद्दे को लगातार उठाता रहा है। नगर निगम सदन की बैठक में भी यह मुद्दा छाया रहा है। इस बार लोगों को मार्च और अप्रैल माह के बिलों में पांच प्रतिशत शुल्क बढ़ाकर बिल दिया गया है। जिन लोगों के बढ़े हुए बिल आ गए हैं, उन्होंने पुराने बिलों के साथ नए बिल का फोटो खींचकर वायरल करना शुरू कर दिया है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा चल रही है कि, नगर निगम ने बिना बताए कूड़े के बिल में बढ़ोत्तरी कर दी है। लोग अपने सबंधित वार्ड के पार्षदों के साथ ही निगम को भी टैग करके इसे वायरल कर रहे हैं। इस बारे में नगर निगम आयुक्त आनिंदिता मित्रा ने कहा कि, अधिसूचना के अनुसार हर साल पानी और कूड़े के दाम बढ़ने हैं, लोगों को उसी के अनुसार बिल दिए गए हैं। इस संबंध में एक बार लोगों को अवगत करा दिया गया है। हर साल इसकी जानकारी दी जाए, यह कहीं नहीं होता है। किसी को कोई असमंजस हो तो निगम के दफ्तर में आकर समाधान करा सकता है।