- अब निर्धारित शॉप से समान खरीदने के लिए नहीं बाध्य कर सकते स्कूल
- प्राइवेट स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी में शिक्षा विभाग
- अभी बुक्स खरीदने के लिए अभिभावकों को लगानी पड़ रही लंबी लाइन
Chandigarh Education Department: चंडीगढ़ के लोग इस समय भीषण गर्मी के अलावा जिस चीज से सबसे ज्यादा परेशान हैं, वह है बच्चों के स्कूल बुक और स्टेशनरी के लिए धक्कामुक्की। स्कूल द्वारा निर्धारित दुकानों के बाहर अभिभावकों की भीड़ सुबह से ही लग जाती है। कई जगहों पर दुकानों के बाहर भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस तक तैनात करनी पड़ी है। प्राइवेट स्कूलों के इस मनमानी पर अब शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है।
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने सभी प्राइवेट स्कूलों को आदेश जारी कर चेताया है कि वे किसी पेरेंट्स या स्टूडेंट को निर्धारित दुकान से बुक्स व अन्य समान खरीदने के लिए मजबूर न करें, नहीं तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश के साथ ही शिक्षा विभाग की टीम ने स्कूलों में छापेमार कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
अभिभावकों को करना पड़ रहा है भारी मुश्किलों का सामना
कोरोना के कारण करीब दो साल से सभी स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज चल रही थी। संक्रमण का असर कम होने के कारण इस सत्र से सभी स्कूलों को पूरी तरह ऑफलाइन खोलने की अनुमति दे दिया गया है। इन स्कूलों में एडमिशन का दौर शुरू हो गया है, जिसके साथ अभिभावकों की परेशानी भी बढ़ गई है। इस समय चंडीगढ़ के अभिभावकों को सबसे ज्यादा परेशानी बुक्स और स्कूल की स्टेशनरी खरीदने में हो रही है।
आदेश न मानने पर की जाएगी कार्रवाई
प्राइवेट स्कूलों ने इन समानों को खरीदने के लिए दुकानें निर्धारित कर रखी है। जहां मंहगे दाम पर इन समानों को बेचा जा रहा है। अभिभावकों को इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए अब शिक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि देखने में आया है कि कुछ स्कूल पेरेंट्स/स्टूडेंट्स को किसी विशेष बुक शॉप से बुक्स/ स्टेशनरी आइट्म्स /यूनिफॉर्म खरीदने के लिए कह रहे हैं। अगर कोई भी स्कूल ऐसा करते पाया गया तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी।