- जीएमएसएच-16 के मेडिकल अफसर से हुई ठगी
- शातिर ठगी ने वेरिफिकेशन के नाम पर की ये ठगी
- साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
Chandigarh News: चंडीगढ़ में साइबर फ्रॉड की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शातिर साइबर ठग नए-नए हथकंडे अपनाकर इतने होशियारी से वारदात को अंजाम दे रहे हैं कि पड़े-लिखा व्यक्ति भी इनके झांसे में आ जाता है। लोगों को अपनी गलती का एहसास तब होता है, जब अकाउंट से पैसे कटने लगते हैं। साइबर फ्रॉड की ताजी घटना जीएमएसएच-16 में तैनात डॉक्टर के साथ हुई है। शातिर ठग ने डॉक्टर को अपनी बातों में उलझाकर उनके अकाउंट से 50 हजार रुपये निकाल लिए।
बता दें कि, चंडीगढ़ में प्रतिदिन साइबर फ्रॉड की कई शिकायतें दर्ज हो रही हैं। चंडीगढ़ साइबर पुलिस की तरफ से इन ठगों पर लगातार कार्रवाई करने के साथ नागरिकों को जागरूक भी किया जा रहा है, लेकिन इन शातिर ठगों के झांसे में लोग आ ही जाते हैं। डॉक्टर के साथ ठगी करने वाले ठग ने बैंक कर्मचारी बनकर फोन किया और पैन कार्ड अपडेट कराने का झांसा देकर ठग लिया। जीएमएसएच-16 के मेडिकल अफसर डॉ. नितिन गर्ग की शिकायत पर सेक्टर-17 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पैन कार्ड वेरिफकेशन के नाम पर ले ली पूरी डिटेल
डॉक्टर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके पास एक अननोन नंबर से कॉल आई। कॉलर ने खुद को एसबीआई कर्मचारी बताते हुए कहा कि, आपका पैन कार्ड अपडेट करने की ड्यू डेट खत्म होने वाली है। उसके बाद आपका डेबिट कार्ड ब्लॉक हो जाएगा। इसके बाद आरोपी ने बताया कि बैंक की पॉलिसी के तहत वेरिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा। जिसके बाद ठग ने डॉक्टर से उनके डेबिट कार्ड की पूरी जानकारी हासिल कर ली। इसके कुछ ही सेकेंड बाद डॉक्टर के अकाउंट से 49 हजार 999 रुपये किसी अज्ञात के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो गया। पैसे निकलता देख डॉक्टर ने तुरंत अपना कार्ड बंद कराया और इसकी जानकारी पुलिस को दी। शिकायत के आधार पर पुलिस जांच में जुटी है।