- कोरोना वैक्सीन न लेने वाले बच्चों को चार मई से स्कूल में नहीं मिलेगी एंट्री
- प्रशासन ने वैक्सीन नहीं लेने वाले 12 से 18 साल तक के बच्चों पर लगाई रोक
- चंडीगढ़ में अब तक 12 से 18 साल तक के 40 हजार बच्चों का हो चुका टीकाकरण
Chandigarh News: चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोना को लेकर स्कूलों में एक नया नियम लागू किया है। जिसके तहत अब 12 से 18 साल तक के बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन लगाना अनिर्वाय हो गया है। जिन बच्चों ने अभी तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है, उन्हें चार मई से स्कूल में एंट्री नहीं मिलेगी। ऐसे बच्चे घर से सिर्फ ऑनलाइन क्लासेस ही अटेंड कर पाएंगे, इन्हें फिजिकल क्लास में बैठने का मौका नहीं मिलेगा। यह फैसला चंडीगढ़ प्रशासन के एडवाइजर धर्म पाल ने स्वास्थ्य विभाग की ओर से रखी गई वैक्सीनेशन की रिव्यू मीटिंग के दौरान लिया।
इस बैठक में ही प्रशासन की तरफ से शिक्षा विभाग को लिखित आदेश जारी कर दिए गए। जिसमें शिक्षा विभाग को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि 12 से 18 साल तक के ऐसे बच्चों की स्कूल में एंट्री न हो, जिन्हें अभी तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी है। प्रशासन ने यह फैसला शहर में बढ़ते कोरोना के मामलों से बच्चों को दूर रखने के लिए लिया है।
37 फीसद बच्चों को लगी कोविड वैक्सीन की पहली डोज
बैठक में टीकाकरण की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने बताया कि चंडीगढ़ में 12 से 14 साल तक के बच्चों का टीकाकरण अभियान 16 मार्च से शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक 37 फीसद बच्चों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। जबकि मात्र तीन फीसद ही ऐसे बच्चे हैं, जिन्हें टीके की दूसरी डोज लगी है। उधर, बीते 3 जनवरी से शहर में 15 से 18 साल तक के किशोरों का टीकाकरण शुरू किया गया था। इस उम्र के 92 फीसदी किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज और 54 फीसदी को दूसरी डोज लग चुकी है।
लगाए जाएगें स्पेशल वैक्सीनेशन कैंप
स्वास्थ्य सचिव ने एडवाइजर को बताया कि, अब शहर में हर शनिवार और रविवार को बच्चों व किशोरों का कोरोना टीकाकरण शत प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए स्पेशल वैक्सीनेशन कैंप लगाए जा रहे हैं। चंडीगढ़ के अंदर अब तक 12 से 18 साल तक के 40 हजार से ज्यादा बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है।