- यूटी प्रशासक के एडवाइजर के नाम पर ठगों ने मांगे गिफ्ट वाउचर
- चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों को भेजा वाट्सएप मैसेज
- साइबर ठगों के इस हिमाकत से प्रशासनिक अधिकारियों में मचा हड़कंप
Chandigarh Cyber Fraud: चंडीगढ़ में उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के नाम पर साइबर ठगी की कोशिशें लगातार बढ़ती जा रही हैं। इन साइबर ठगों ने जहां एक सप्ताह पहले चंडीगढ़ पुलिस मुखिया के नाम पर ठगी की कोशिश की थी, वहीं इस बार इन साइबर ठगों ने यूटी प्रशासन के सबसे उच्च अधिकारी के नाम पर ठगी की कोशिश की। ठगों ने चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार धर्म पाल की वाट्सएप पर डीपी लगाकर प्रशासन के कुछ अफसरों और कर्मचारियों से ठगी की कोशिश की।
आरोपियों ने इन अधिकारियों से एडवाइजर के नाम पर एमेजोन गिफ्ट कार्ड भेजने की मांग की। जैसे ही अधिकारियों को गिफ्ट कार्ड वाले मैसेज मिले, अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसकी सूचना तत्काल सूचना चंडीगढ़ पुलिस के साइबर सेल को दी गई। जिससे नंबर को ट्रेस कर आरोपित को दबोचा जा सके। हालांकि अभी तक पुलिस को आरोपियों के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
कई अधिकारियों के नाम पर हो चुकी है ठगी की कोशिश
बता दें, चंडीगढ़ में प्रशासनिक अधिकारियों के नाम पर साइबर ठगी के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अब तक शहर के कई नामचीन लोगों की डीपी का इस प्रकार से इस्तेमाल कर ठगी की कोशिश हो चुकी है। हाल ही में पीजीआई के डायरेक्टर प्रोफेसर विवेक लाल की फोटो वाट्सएप प्रोफाइल पर लगाकर ठगों ने एक रिटायर्ड प्रोफेसर से ठगी की कोशिश की थी। जिसके बाद पीजीआई से रिटायर्ड प्रोफेसर अमोद गुप्ता की शिकायत पर साइबर सेल की जांच के बाद अज्ञात के खिलाफ सेक्टर-11 थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था। कुछ मामलों में साइबर ठग सफल भी हो चुके हैं। ठगी के बढ़ते केसों को देखते हुए पिछले सप्ताह ही चंडीगढ़ साइबर पुलिस ने अलर्ट जारी कर नागरिकों व अधिकारियों को सतर्क किया था। अभी तक के जांच में इस तरह के ठगी के मामलों का केंद्र नाइजीरिया रहा है। हालांकि पुलिस अभी तक किसी आरोपी तक नहीं पहुंच पाई है।