- लोगों को एप के जरिए शिकार बना रहे साइबर ठग
- एक एप बना ठगी का सबसे बड़ा हथियार
- चंडीगढ़ में एक माह के अंदर एस से 43 लोगों के साथ ठगी
Chandigarh Cyber Crime: अगर आप सोचते हैं कि, आप जब तक अपना वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) किसी दूसरे के साथ शेयर नहीं करेंगे, तब तक आपके बैंक अकाउंट से कोई पैसे नहीं निकाल सकता, तो अब इस गलतफहमी को दूर कर लीजिए। अब साइबर अपराधी बिना आपसे ओटीपी लिए आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकते हैं। चंडीगढ़ के अंदर इस तरह से होने वाले साइबर ठगी की वारदातों में लगातार इजाफा हो रहा है।
चंडीगढ़ साइबर पुलिस के अनुसार, जून माह में 43 ऐसे केस दर्ज हुए हैं, जिनमें साइबर ठगों ने लोगों से किसी तरह खुद का बनाया गया कोई मोबाइल एप डाउनलोड करवा लिया और उसी एप के माध्यम मोबाइल फोन को हैक कर मोबाइल से बैंक अकाउंट की पूरी जानकारी हासिल कर पैसे ट्रांसफर कर लिए। ऐसे मामलों में साइबर ठगों को न तो ओटीपी जानने की जरूरत पड़ी और न ही इसके शिकार बने लोगों को पता चल पाया। लोगों के मोबाइल पर जब बैंक से पैसे कटने का मैसेज आने लगा तो उन्हें अपने साथ ठगी का एहसास हुआ।
ठगी के लिए होता है एप का इस्तेमाल
चंडीगढ़ साइबर सेल की डीएसपी रश्मि शर्मा ने बताया कि, इस तरह के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लोगों को कोई भी मोबाइल एप डाउनलोड करने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि, साइबर टीम ऐसे अपराधियों को पकड़ने की लगातार कोशिश कर रही है और हमें सफलता भी मिल रही, लेकिन लोगों को भी सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि, आज के समय में कई एप से कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे के सिस्टम या मोबाइल पर पूरा अधिकार कर लेता है। ये एप किसी दूर बैठे सिस्टम की खामियों को दूर करने के काम आती है, लेकिन आज के समय में कई एप्स का गलत इस्तेमाल हो रहा है। इससे बचने के लिए इस तरह के एप बिना किसी कारण के डाउनलोड न करें।