- चंडीगढ़वासियों के चेहरे पर फिर लौटा मास्क
- सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की बैठक, लग सकती हैं नई पाबंदियां
- प्रशासन ने स्कूलों में लगाएगा टेस्टिंग और वैक्सीनेशन कैंप
Chandigarh News: करीब दो सप्ताह बाद एक बार फिर से चंडीगढ़वासियों के चेहरे पर मास्क लौट आया है। साथ ही लौट आया है वायरस का डर और कोराना की पाबंदियां। अभी तक शहर में आने वाले इक्का-दुक्का संक्रमण के मामलों ने रफ्तार पकड़ ली है। जिस देखते हुए यूटी प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। लोगों को कोविड नियमों का पालने करने का निर्देश जारी करने के साथ वैक्सीनेशन का कवरेज शत-प्रतिशत करने की मुहिम छेड़ी गई है।
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को 15 दिन का समय दिया गया है। इसके साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर को भी अपग्रेड किया जा रहा है। कोरोना की समीक्षा करने और सभी संभावनाओं पर विचार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग सोमवार को बैठक करने जा रहा है। इस बैठक में नई पाबंदियों को लेकर भी विचार किया जाएगा।
अप्रैल के पहले सप्ताह में खत्म हुई थी पाबंदियां
बता दें कि, शहर में कोरोना की सभी गाइडलाइन के साथ मास्क की अनिवार्यता को अप्रैल के पहले सप्ताह में ही खत्म किया गया था। करीब दो साल से चेहरे पर मास्क लगाकर घूमने वाले लोगों ने इस आदेश के बाद राहत की सांस ली थी। लेकिन यह राहत ज्यादा दिनों तक नहीं रह सकी। दो सप्ताह बाद ही एक बार फिर लोगों के चेहरे पर मास्क लौट आया है। चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से जारी कोविड गाइडलाइन में लोगों से कहा गया है कि, शहर में संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इसलिए अब भीड़ वाली जगहों और बंद एरिया में मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा। इसके साथ ही लोगों को भीड़भरी जगहों पर कम जाने और कोरोना सुरक्षा के सभी मानकों का पालन करने को कहा गया है।
जल्द लौट सकती है कोरोना की सभी पाबंदियां
अब लोगों को सबसे ज्यादा डर कोरोना की बाकि बची हुई पाबंदियों के लागू होने का डर सताने लगा है। इसमें जहां शादी-विवाह और जनसभाओं पर रोक है, वहीं लॉकडाउन का भी डर है। वहीं संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रशासन ने टेस्टिंग के स्केल को भी बढ़ा दिया है। अब सभी स्कूलों में टेस्टिंग और वैक्सीनेशन कैंप लगाने का निर्देश जारी किया गया है। जिससे बच्चों को इस संक्रमण से बचाया जा सके।