- दमकल विभाग की शारीरिक परीक्षा में फर्जीवाड़े के आरोप में तीन गिरफ्तार
- रेलवे कांस्टेबल अपने चचेरे भाई की जगह देने आया था शारीरिक परीक्षा
- गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी हरियाणा के विभिन्न जिलों से हैं
Fraud in Fire Department Recruitment: नगर निगम चंडीगढ़ इस समय दमकल विभाग में अलग-अलग पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती कर रहा है। इस भर्ती में शामिल होने वाले युवा जॉब पाने के लिए फर्जीवाड़ करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। भर्ती के लिए सेक्टर-26 पुलिस लाइन में ली गई शारीरिक परीक्षा में ऐसे ही तीन मुन्नाभाई पकड़े गए। इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब एडमिट कार्ड की फोटो से अभ्यर्थियों का चेहरा मैच नहीं हुआ। इस मामले में गिरफ्तार एक आरोपी रेलवे में कांस्टेबल हैं और वह अपने चचेरे भाई की जगह दौड़ लगाने आया था।
इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद इवेंट इंचार्ज व पहचान कमेटी इंचार्ज फायर अफसर सतपाल सिंह ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद सेक्टर-26 थाना पुलिस ने तीनों आरोपितों रेलवे कांस्टेबल हरियाणा के जिला कैथल निवासी विजय कुमार, झज्जर के गांव माजरा निवासी विनीत और हिसार के बरवाला निवासी विकास के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 120बी के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
एडमिट कार्ड से चेहरे का नहीं हुआ मिलान तो उलझ गए
इवेंट इंचार्ज सतपाल सिंह ने कहा कि इस समय सेक्टर-26 पुलिस लाइन में दमकलकर्मियों की शारीरिक परीक्षा चल रही थी। इसमें दमकल विभाग की तरफ से शारीरिक परीक्षा के लिए कुल 300 आवेदकों को बुलाया गया था। ये सभी लिखित परीक्षा पास कर चुके हैं। एंट्री प्वाइंट पर तैनात दमकलकर्मी सभी आवेदकों के दस्तावेज, हस्ताक्षर सहित अन्य जांच के बाद अंदर भेज रहे थे। इसी दौरान दो आवेदकों के चेहरे उनके एडमिट कार्ड पर लगी तस्वीर से मैच नहीं हुई। इस पर जब जांच करने वाले दमकलकर्मियों ने आपत्ति जताते हुए पूछताछ की तो दोनों खुद को सही बता उलझ गए। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसी तरह कुछ घंटे बाद एक दूसरे आवेदक का चेहरा एडमिट कार्ड से मैच न होने पर उसे भी पकड़ लिया गया। उसे भी पुलिस के हवाले कर दिया गया। सतपाल सिंह ने कहा कि तीनों आरोपित शारीरिक परीक्षा में वेलट्रेंड नजर आ रहे थे। उनके हावभाव और शारीरिक हरकत से किसी को भनक नहीं लग रही थी।