- डीएफओ गुरअमरप्रीत सिंह रिश्वत मामले में हुए गिरफ्तार
- डब्ल्यूडब्ल्यूआइसीएस के डायरेक्टर से मांगी थी एक करोड़ रिश्वत
- शिकायकर्ता ने दो लाख रुपये रिश्वत देने का बनाया था वीडियो
Chandigarh News: रिश्वत मांगने से जुड़े एक मामले में विजिलेंस ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वीरवार को डिस्ट्रिक्ट फारेस्ट अफसर (डीएफओ) गुरअमनप्रीत सिंह और एक ठेकेदार हम्मी को गिरफ्तार कर लिया है। उक्त आरोपियों पर आरोप है कि, इन्होंने नयागांव के मसौल एवं टांडी गांव के बीच शिवालिक पहाड़ियों में बनाए गए एक फेयर हेवन फार्म हाउस पर कार्रवाई करने की धमकी देकर एक करोड़ रुपये मांगे थे, जिसका दो लाख रुपये देते हुए वीडियो भी बनाया गया था।
बता दें कि, जिस मामले में ये गिरफ्तारी हुई, इसकी शिकायत डब्ल्यूडब्ल्यूआइसीएस के डायरेक्टर दविंदर संधू ने की थी। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को शिकायत दी थी कि, डीएफओ ने उससे जबरन 2 लाख की रिश्वत ली थी और ठेकेदार हम्मी ने इस मामले में समझौता करने का काम किया था। शिकायकर्ता ने सुबूत के तौर पर विजिलेंस को वीडियो रिकार्डिंग भी दी थी। जिसकी जांच के बाद विजिलेंस ने आज दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। अब दोनों से पूछताछ कर मामले की जानकारी हासिल की जाएगी।
प्रेस क्लब में दिखाया था वीडियो
बता दें कि इस मामले में दविंदर संधू ने 29 मई को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता भी की थी, जिसमें जिला वन अधिकारी गुरअमनप्रीत सिंह पर 2 लाख रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए रिश्वत लेते उक्त वीडियो भी दिखाया था। उन्होंने बताया था कि फेयर हेवन फार्म हाउस प्रोजेक्ट को लेकर विगत 30 अप्रैल को डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह के साथ एक मीटिंग हुई थी। जिसमें उससे डीएफओ ने एक करोड़ रुपये रिश्वत मांगी थी। साथ ही हर फार्म हाउस की बिक्री पर 5 लाख रुपये की अलग से मांग की गई थी। शिकायकर्ता ने इसकी शिकायत राष्ट्रपति से लेकर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, मुख्यमंत्री एवं अन्य संबंधित विभागों को भी दी थी। विजिलेंस ने वीडियो की जांच कर डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह और बिचौलिए ठेकेदार हम्मी को गिरफ्तार किया। इस मामले में डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह को पहले ही गिरफ्तारी का अंदेशा हो गया था, जिस वजह से वे छुट्टी पर चले गए थे।