- संजीव की मारपीट से दोनों पत्नियां परेशान थी
- पति की हत्या के लिए 15 लाख की सुपारी दी
- नज्मा के बयानों पर पुलिस को शक हुआ
Delhi Murder Case: कहते हैं पति-पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का बंधन होता है। मगर राजधानी दिल्ली में एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक शख्स को एक नहीं बल्कि 2 बीवियों ने मौत के अंजाम तक पहुंचा दिया। घटना में मृतक की पहली पत्नी से पैदा हुई एक बेटी भी शामिल है। पुलिस ने जब वारदात का खुलासा किया तो, सुनकर हर कोई दंग रह गया। दरअसल मामला राजधानी के गोविंदपुरी क्षेत्र का है। अब पुलिस ने दोनों पत्नीयों सहित मृतक की बेटी को गिरफ्तार किया है। डिप्टी पुलिस कमिश्रर दिल्ली ईस्ट-नॉर्थ ईशा पांडेय ने बताया कि डीटीसी में कालकाजी बस डिपो में तैनात बस ड्राइवर संजीव कुमार (45) की दो पत्नियों व बेटी ने मिलकर मर्डर 15 लाख की सुपारी देकर शार्प शूटरों से करवाया था।
मर्डर के बाद उसकी संपत्ति दोनों ने आपस में बांट लेने की योजना बनाई थी। डीसीपी पांडे के मुताबिक पुलिस ने आरोपी गीता (42), नज्मा (28) व बेटी कोमल (21) को गिरफ्तार कर 3 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जबकि मर्डर करने वाले दो आरोपी शार्पशूटर नयूम व इकबाल अभी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार देर रात्रि को इलाके के मजीदिया हॉस्पिटल से खबर आई कि एक युवक की हत्या हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस को जानकारी मिली कि मृतक संजीव अपनी पत्नी व बच्चे के साथ घर जा रहा था। इस बीच दो बाइक पर आए युवकों ने उस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने संजीव को गंभीर अवस्था में मजीदिया अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल पहुंचते ही उसन दम तोड़ दिया।
दूसरी पत्नी ने करवाया था हत्या का मामला दर्ज
पुलिस के मुताबिक मृतक की दूसरी पत्नी ने थाने में हत्या का मामला दर्ज करवाया था। उसने पुलिस को गुमराह करने वाली कहानी गढ़ी और बताया कि उसके पति को कालकाजी बस डिपो कार्मिक हत्या की धमकी देते थे। इस बीच पुलिस को नज्मा के बयानों पर शक हुआ तो उससे कड़ाई से दोबारा पूछताछ की तो मामले में चौंकाने वाला राज सामने आया। पुलिस ने बताया कि गत 5 जुलाई को नज्मा ने ही पति की बाइक की नबंर प्लेट का फोटो खींचकर शार्प शूटरों को भेजा था। बाद में उसने फोटो अपने मोबाइल से डिलीट कर दी।
3 साल पहले रची थी मर्डर की साजिश
डीसीपी पांडेय के मुताबिक नज्मा ने पूछताछ में बताया कि मृतक ने दो शादियां की हुई थीं। उसकी पहली पत्नी गीता अपने तीन बच्चों के साथ दक्षिणपुरी में रहती है। पहली पत्नी गीता ने नज्मा से बातचीत करने के लिए अपनी बेटी कोमल के हाथ फोन भिजवाया। दोनों में संजीव द्वारा उनके जीवन को बर्बाद करने को लेकर बात होती थी। आरोपी नज्मा ने पति को ठिकाने लगाने के लिए अपने बुआ के लड़के इकबाल को फोन किया। इसके बाद इकबाल ने एक शार्प शूटर नयूम से नज्मा का 15 लाख रुपये में सौदा तय करवाया। 5 जुलाई को नज्मा ने शार्प शूटर नयूम को जानकारी दी कि उसका पति संजीव शाम को 7 बजे बाजार जाएगा। इसके बाद इकबाल व नयूम बाइक पर गोविंदपुरी पहुंचे संजीव को गोलियों से भून डाला। पुलिस जांच में ये बात उभर कर सामने आई है कि 3 साल पहले दोनों पत्नियों ने संजीव की हत्या की साजिश रची थी। इसमें पहली पत्नी गीता की बेटी कोमल को भी शामिल कर लिया। संजीव की हत्या के बाद उसकी सारी संपत्ति का बंटवारा करने की योजना थी। पुलिस के मुताबिक मृतक का दोनों पत्नियों के साथ व्यवहार अच्छा नहीं था। दोनों ही उसकी रोज की मारपीट से परेशान थी।