दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों ने अभी तक कैम्पस नहीं खोले हैं, डीयू के नार्थ और साउथ कैम्पस मिलाकर कुल 56 कॉलेज हैं, इनमें ऑफ़लाइन क्लास शुरू करने की मांग को लेकर आज छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सभी कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया और कॉलेज प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा, दिल्ली भर में इन प्रदर्शनों में एबीवीपी से जुड़े 2000 से ज्यादा छात्र शामिल हुए।
क्या है एबीवीपी की मुख्य मांगें?
एबीवीपी की मुख्य मांगे हैं कि महाविद्यालयों को तुरंत खोला जाए, जिन छात्रों ने ऑनलाइन क्लास की हैं उनके लिए ऑनलाइन एग्जाम की व्यवस्था एवं छात्रों के कोविड टीकाकरण का इंतज़ाम हो।
एबीवीपी की दिल्ली इकाई के प्रांत मंत्री सिद्धार्थ यादव ने आज के प्रदर्शनों पर कहा कि कॉलेज कैम्पस में शिक्षा हासिल करना हर एक छात्र का अधिकार है और उसे ध्यान में रखकर डीयू प्रशासन को जल्द से जल्द सभी कॉलेज के कैम्पस खोलने चाहिए।
ढंग की इंटरनेट कनेक्टिविटी के अभाव में छात्रों को न सिर्फ क्लासेज अटेंड करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा बल्कि कॉलेज की लाइब्रेरी का भी फायदा छात्र नहीं उठा पा रहे, कई बार दूर-दराज इलाकों में बैठे छात्रों का ऑनलाइन क्लासेज का आधा वक़्त कनेक्ट होने में खराब हो जाता है। इसके अलावा वो छात्र जो राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में हिस्सा लेना चाहते हैं वो स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में प्रैक्टिस भी नहीं करने जा सकते हैं।
हालांकि दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसी साल 6 अगस्त को एक नोटिफिकेशन जारी करके 16 अगस्त से कॉलेज कैम्पस खोलने के बात कही थी लेकिन अगले ही दिन उस आदेश को वापस ले लिया गया। फिलहाल लास्ट ईयर के साइंस स्टूडेंट प्रैक्टिकल क्लास के लिए कॉलेज आते हैं लेकिन बाकी छात्र ये महसूस कर रहे हैं कि उनकी पढ़ाई का नुकसान हो रहा है।