नई दिल्ली: डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर सीबीआई की छापेमारी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पहली बार उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात की। केजरीवाल ने कहा कि हमारी साप्ताहिक बैठक बहुत अच्छे माहौल में हुई। मैं दिल्ली में नहीं था, इसलिए हम नहीं मिल सके। हमने इस बैठक में विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
गौर हो कि दिल्ली के सीएम और एलजी के बीच आखिरी मुलाकात 12 अगस्त को हुई थी, लेकिन वे 19 अगस्त को नहीं मिले, जिस दिन सीबीआई ने शराब नीति में एक कथित घोटाले को लेकर सिसोदिया के घर पर छापा मारा और अगले शुक्रवार, AAP लीडरशिप चुनाव प्रचार के लिए गुजरात गए थे। बैठक में आज नियमित प्रशासनिक मामलों पर चर्चा होनी थी। सीबीआई ने वीके सक्सेना की सिफारिश पर मनीष सिसोदिया के घर पर छापा मारा और दावा किया कि सिसोदिया ने टेंडर दिए जाने के बाद भी शराब लाइसेंसों को वित्तीय लाभ दिया और इस तरह राजकोष को भारी नुकसान हुआ।
2021 में घातक डेल्टा कोविड-19 महामारी के बीच में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली कैबिनेट में आबकारी नीति पारित की गई थी। हालांकि, दिल्ली सरकार की पॉलिसी थी कि अधिक से अधिक राजस्व की प्राप्त की जा सके। इसको सुनिश्चित करने और नकली शराब और गैर-शुल्क भुगतान वाली शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए यह पॉलिसी लाई गई थी।
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली नगर निगम को मजबूत करने और सफाई के लिए काम करने का आग्रह किया, साथ ही कचरे के पहाड़ों के खिलाफ काम करने को भी कहा है। उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि दिल्ली सरकार हर चीज में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार है। हमें स्वच्छता की कमी के बारे में शिकायतें मिल रही हैं। हमने दो मुद्दों पर चर्चा की- कचरे के पहाड़ों को कैसे ठीक किया जाए और स्वच्छता व्यवस्था को कैसे ठीक किया जाए दिल्ली के सीएम ने कहा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में आप और एलजी के बीच बहुत तनावपूर्ण माहौल रहा है। जो कुछ भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे उम्मीद है कि स्थिति में सुधार होगा।