- दिल्ली में वायु की गुणवत्ता खराब, कई जगहों पर पर एक्यूआई लेवल 300 के पार
- 3 दिसंबर तक दिल्ली में सिर्फ सीएनजी आधारित वाणिज्यिक वाहनों के प्रवेश की अनुमति
- प्रदूषण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।
करीब 15 दिन पहले दिल्ली में स्कूलों को प्रदूषण की वजह से बंद कर दिया गया था। लेकिन 29 नवंबर को सभी स्कूलों को खोल दिया गया है हालांकि प्रदूषण का स्तर अभी भी गंभीर श्रेणी में है। मौसम के जानकारों का कहना है कि 29 नवंबर से हवा की रफ्तार में तेजी आएगी और कुछ राहत मिलेगी। अगर दिल्ली के अलग अलग इलाकों की बात करें तो आनंद विहार, वजीराबाद, पालम, लोधी रोड इलाकों में एक्यूआई का स्तर 300 के पार है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार को एक बार फिर कड़ी फटकार लगाई।
सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि वह केंद्र से पूछेगा कि क्या सेंट्रल विस्टा परियोजना में निर्माण कार्य जारी रखने से धूल प्रदूषण बढ़ रहा है और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से यह बताने के लिए कहा कि दिल्ली में परियोजना के कारण वायु प्रदूषण को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए।हम दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, चाहे वह सेंट्रल विस्टा हो या कुछ और। ऐसा मत सोचो कि हम कुछ नहीं जानते। ध्यान भटकाने के लिए कुछ मुद्दों को फ़्लैग न करें। सॉलिसिटर जनरल को इस पर जवाब देना होगा। ,
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को चरण IV मेट्रो विस्तार परियोजना के निर्माण के लिए पेड़ों को काटने के लिए मुख्य वन संरक्षक की अनुमति लेने का निर्देश दिया।सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को दिल्ली में पेड़ और पौधे लगाने के लिए एक व्यापक योजना तैयार करने और उसके समक्ष पेश करने का निर्देश दिया। योजना को 12 सप्ताह के भीतर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करना होगा।
29 नवंबर से हवा की रफ्तार में आएगी तेजी
प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में 3 दिसंबर तक पेट्रोल और डी़जल पर चलने वाले कॉमर्शियल वाहनों पर रोक लगाई गई है, 3 दिसंबर तक उन्हीं कॉमर्शियल वाहनों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति मिलेगी जो सीएनजी पर आधारित हैं। सफर के मुताबिक 29 नवंबर के बाद से तस्वीर कुछ बदलेगी। इसके साथ ही दिल्ली का न्यूनतम और अधिकतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और 27 डिग्री के बीच बना रहेगा।
उत्तर भारत के कुछ राज्यों में हो सकती है बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 30 नवंबर की रात से पहाड़ों पर बर्फबारी और उत्तर-पश्चिम तथा इससे सटे मध्य भारत में बारिश होने की संभावना है।आईएमडी ने एक बयान में कहा कि 30 नवंबर से दो दिसंबर तक गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और दक्षिण राजस्थान के आसपास के इलाकों में व्यापक बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।मौसम विभाग ने कहा कि एक और दो दिसंबर को गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। वहीं, एक दिसंबर को उत्तरी कोंकण में भी भारी बारिश की संभावना है।इसने कहा कि एक-दो दिसंबर के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश की का पूर्वानुमान है।