- 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में शोभायात्रा पर किया गया पथराव
- इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 23 लोगों को गिरफ्तार किया है
- पुलिस ने कार्रवाई तेज की, पांच आरोपियों पर एनएसए लगाया
Jahangirpuri violence : जहांगीरपुरी हिंसा की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। डीसीपी आउटर नॉर्थ बृजेंद्र यादव ने बुधवार को बताया कि पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद हथियारों की आपूर्ति करने वाले एक व्यक्ति को गिरप्तार किया गया है। एनकाउंटर में यह व्यक्ति घायल हुआ है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि इसके ऊपर पहले ही 60 से ज्यादा केस दर्ज हैं।
जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को हुई हिंसा
गत 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन जहांगीरपुरी में शोभा यात्रा निकाली जा रही थी। इसी दौरान एक समुदाय के लोगों ने उस पर पथराव कर दिया। पथराव के बाद यहां हिंसा की शुरुआत हो गई। इस हिंसा में एक नागरिक सहित आठ पुलिसकर्मी घायल हुए।
इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण-पुलिस
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि जहांगीरपुरी में माहौल शांतिपूर्ण है और अमन कमेटियां इलाके में लोगों से बातचीत कर रही हैं। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (कानून व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि स्थिति शांतिपूर्ण है और जांच निष्पक्ष तरीके से की जा रही है। इस हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि दो नाबालिग लड़कों को हिरासत में लिया गया है।
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पांच आरोपियों के खिलाफ एनएसए लगाया
जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज की है। मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया है। हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस अपनी निगरानी बढ़ा दी है। हिंसा प्रभावित इलाके में ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है।
इन पर लगा एनएसए
पुलिस ने कहा कि कड़े कानून के तहत जिनपर मामला दर्ज किया गया है उनमें हिंसा का कथित ‘‘मुख्य साजिशकर्ता’’ अंसार और सोनू शामिल हैं, जिसे शनिवार को हिंसा के दौरान एक वीडियो में गोलीबारी करते हुए देखा गया था। उन्होंने बताया कि इनके अलावा सलीम, दिलशाद और अहिर के खिलाफ भी एनएसए लगाया गया है।