- दिल्ली में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति होने पर केजरीवाल ने केंद्र को सराहा
- दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ राज्यों ने उनका ऑक्सीजन का कोटा रोक
- केजरीवाल ने कहा कि महामारी के समय सभी राज्यों को एकजुट होकर लड़ना चाहिए
नई दिल्ली : मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को केंद्र सरकार की सराहना की। साथ ही सीएम केजरीवाल ने सभी राज्यों से एकजुट होकर कोरोना से लड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि 'हम मिलकर कोरोना को हरा सकते हैं। प्रत्येक राज्य को एक दूसरे की मदद करने की जरूरत है।' केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है। केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन का दिल्ली का कोटा बढ़ाया है, इसके लिए वह उसे धन्यवाद देते हैं।
दिल्ली में कुछ दिनों से ऑक्सीजन की कमी-केजरीवाल
केजरीवाल ने अपने एक वीडियो संदेश में कहा, 'दिल्ली में कुछ दिनों से मेडिकल ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है। सभी राज्यों के लिए ऑक्सीजन का कोटा केंद्र सरकार तय करती है। दिल्ली सरकार के अनुमान के मुताबिक यहां 200 टन ऑक्सीजन की प्रतिदिन जरूरत है। केंद्र ने पहले 378 टन ऑक्सीजन का कोटा तय किया था। इसे बढ़ाकर 480 टन किया गया है। हमें और ऑक्सीजन की जरूरत है लेकिन कोटा बढ़ाने के लिए हम सरकार को धन्यवाद देते हैं।'
कुछ राज्यों ने दिल्ली का कोटा रोका
केजरीवाल ने बताया कि राज्यों ने कहा कि दिल्ली का जो कोटा है वे उसका भी इस्तेमाल करेंगे, वे दिल्ली ट्रक नहीं आने देंगे लेकिन 'मैं केंद्र और दिल्ली हाई कोर्ट को धन्यवाद देना चाहता हूं कि दोनों ने बीते दो से तीन दिनों में हमारी काफी मदद की है। उनके प्रयासों से दिल्ली में ऑक्सीजन पहुंचना शुरू हुआ है।' दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि कंपनियों का आवंटन केंद्र करता है जो राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करती हैं। दिल्ली में ऑक्सीजन पैदा नहीं होता। यहां अन्य राज्यों से ऑक्सीजन आता है। मेडिकल ऑक्सीजन बनाने वाली कंपनियां जहां स्थित हैं, वहां के राज्यों ने दिल्ली का कोटा भेजने से मना कर दिया था। ओडिशा से ऑक्सीजन दिल्ली आने वाला है। हम देखेंगे कि क्या इसे हवाई मार्ग से मंगाया जा सकता है कि नहीं।
'कोरोना से लड़ाई में सभी राज्य एकजुट हों'
केजरीवाल ने कहा, 'सभी राज्यों को कोरोना महामारी से मिलकर लड़ने की जरूरत है। हम मिलकर इसे हरा सकते हैं। स्थिति ऐसी होनी चाहिए कि सभी राज्य एक-दूसरे की मदद करें। दिल्ली में हालात सुधरने पर यहां के संसाधनों का इस्तेमाल दूसरे राज्यों में हो सकता है। दिल्ली के डॉक्टर अन्य राज्यों में जा सकते हैं। यहां की दवाएं जरूरत पड़ने पर दूसरे राज्यों में भेजी जा सकती हैं। हमें एकजुट होकर दुनिया को संदेश देना है कि इतनी बड़ी महामारी को हमने हरा दिया।'