नई दिल्ली : पिछले 24 घंटे में कोरोना महामारी से मौत का सर्वाधिक आंकड़ा सामने आने के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने महामारी से लड़ने की अपनी तैयारी तेज कर दी है। केजरीवाल सरकार अस्पतालों में बनियादी सुविधाएं और आईसीयू बेड्स की संख्या बढ़ाने में जुट गई है। दिल्ली सरकार की मदद के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईएमसीआर) भी आगे आया है। आईएमसीआर ने कोरोना टेस्टिंग के लिए मोबाइल वाहन उपलब्ध कराने की बात कही है। दिल्ली में पिछले एक दिन में कोरोना से 131 लोगों की मौत हुई है। यह अब तक का एक दिन का सर्वाधिक आंकड़ा है।
राजधानी में कोरोना के नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोरोना का इलाज करने वाले अस्पतालों में आईसीयू बेड्स की मांग बढ़ने लगी है। इस मांग को पूरा करने के लिए सरकार ने मौजूदा ऑक्सीजन बेड्स को आईसीयू बेड्स में तब्दील करने का निर्देश जारी किया है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आईसीयू के 1167 बेड्स हैं। इनमें से 580 बेड्स वेंटिलेटर युक्त और 587 बेड्स बिना वेंटिलेटर के हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने 22 वेंटिलेटर एवं बिना वेंटिलेटर वाले 641 बेड्स के ऑर्डर दिए हैं। इसके बाद दिल्ली में वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बेड्स की संख्या बढ़कर 602 और बिना वेंटिलेटर के आईसीयू बेड्स की संख्या 1228 हो जाएगी।
किस अस्पताल में कितनी बढ़ेगी आईसीयू बेड्स की संख्या
- एलएनजेपी में बिना वेंटिलेटर वाले 170 आईसीयू बेड्स जोड़े जाएंगे।
- राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में बिना वेंटिलेटर वाले 50 आईसीयू बेड्स बढ़ेंगे।
- गुरु तेग बहादुर अस्पताल में बिना वेंटिलेटर वाले 232 बेड्स बढ़ेंगे।
- सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में वेंटिलेटर के साथ चार आईसीयू बेड्स और बिना वेंटिलेटर के 11 आईसीयू बेड्स बढ़ेंगे।
- दीप चंद्र बंधु अस्पताल में बिना वेंटिलेटर के 30 आईसीयू बेड्स बढ़ाए जाएंगे।
- दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में बिना वेंटिलेटर के 46 आईसीयू बेड्स बढ़ेंगे।
- डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर अस्पताल में वेंटिलेटर के साथ चार आईसीयू बेड्स और बिना वेंटिलेटर के 48 आईसीयू बेड्स बढ़ेंगे।
- बुराड़ी अस्पताल में वेंटिलेटर के 10 आईसीयू बेड्स और बिना वेंटिलेटर के 20 आईसीयू बेड्स बढ़ेंगे।
- आचार्य भिक्षु अस्पताल में वेंटिलेटर के साथ चार आईसीयू बेड्स और बिना वेंटिलेटर के 11 आईसीयू बेड्स बढ़ेंगे।
- संजय गांधी अस्पताल में बिना वेंटिलेटर के 13 आईसीयू अस्पताल बढ़ेंगे।