- दिल्ली में कोरोना की रफ्तार बेलगाम, पिछले 10 दिन में 50 हजार से ज्यादा केस आए सामने
- दिल्ली में पिछले 24 घंटे में सात हजार से ज्यादा मामले
- दिल्ली सरकार के मुताबिक चार से पांच दिन में कोरोना के आंकड़ों में आएगी कमी
नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले डरा रहे हैं। अगर पिछले 24 घंटे की बात करें तो सात हजार से ज्यादा मामले आए। इसके साथ ही पिछले 10 दिन में ये आंकड़े पचास हजार के पार हो चुके हैं। अब सवाल यह है जिस दिल्ली के आंकड़े नीचे की तरफ जा रहे थे उनमें उछाल क्यों हुआ। दिल्ली सरकार इसे कोरोना की तीसरी लहर भी बता रही है और एमसीडी पर ठीकरा भी फोड़ रही है।
चार से पांच दिन में आंकड़ों में आएगी कमी
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहते हैं कि इस समय कोरोना के केस अपने उच्चतम स्तर पर है और चार से पांच दिन अंदर संख्या में कमी आएगी। दिल्ली में कोरोना की वजह से मौत का आंकड़ा करीब डेढ़ फीसद है। सच यह है कि ज्यादातर लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं। इसमें भी ज्यादातर केस कामकाजी लोगों से जुड़े हैं। सरकारी अस्पतालों में 110 आईसीयू बेड्स का इजाफा किया गया है।
लोग भी हुए लापरवाह
अब सवाल यह है कि दिल्ली में इतनी तैयारियों के बाद भी मामले इतने तेजी से क्यों बढ़ रहे हैं। इस सवाल के जवाब में जानकार दो तरह की राय रखते हैं। एक विचार के मुताबिक जिस तरह से वायु की गुणवत्ता खराब हुई है उसकी वजह से कोरोना के केस बढ़े हैं। इसके साथ ही त्योहारी सीजन की वजह से लोगों को जितना अनुशासन रखना चाहिए उसका पालन नहीं हो रहा है। त्योहारी सीजन में ऐसा दिखाई दे रहा है कि एक तरफ सोशल डिस्टेंसिंग का माखौल उड़ रहा तो दूसरी तरफ लोग मास्क लगाने से बच रहे हैं।